Syria News: ईरान और इसराइल की दुश्मनी जगजाहिर है. इसराइल ने ईरान के ठिकानों पर कई सालों से निशाना बनाता रहा है. वहीं, ईरान ने भी इसराइल के कई ठिकानों पर हमले किए हैं. इस बीच गाजा जंग के बाद दोनों देशों में तनाव अपने चरम पर है. ईरान पर इसराइल के हमलों में लगातार इजाफा हुआ है. इस बीच ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स नौसेना का एक सदस्य 1 मार्च को एक संदिग्ध इसराइली हमले में मारा गया है. 


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हमले में मारे गए कर्नल की हुई पहचान
हमले में मारे गए रिवोल्यूशनरी गार्ड्स सदस्य का नाम कर्नल रेजा ज़रेई है. वो फिलहाल सीरिया में सैन्य सलाहकार के रूप में तैनात थे. ईरान की सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी है. इसराइल हमेशा सीरिया की राजधानी दमिश्क को निशाना बनाता है, लेकिन इस बार सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर टार्टस में हमला किया है. 


ईरानी कर्नल की हुई मौत
ईरानी रिवॉल्युशनरी गार्ड ईरान का एक बड़ा सैन्य बल है. वहीं, ईरानी मीडिया के मुताबिक, कर्नल रेजा ज़रेई समेत लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के दो लड़ाके भी मारे गए हैं. ईरान सीरिया सरकार का हमेशा समर्थन करता है. एक जराए ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "सीरिया के तटीय इलाके टार्टस में ईरानी सुरक्षा बलों के जरिए इस्तेमाल की जाने वाली एक इमारत पर हमले में ज़ारेई की मौत हो गई. इसराइल ने ज्यादातर हमले राजधानी दमिश्क के आसपास के इलाकों में करता है, लेकिन टार्टस में हमले दुर्लभ हैं." हालांकि, इसराइल ने इस हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. 


इसराइल कई बार कर चुका है हमला
इसराइल ने पहली बार सीरिया में हमला नहीं किया है. इससे पहले कई हमले किए हैं. साल 2011 में जब राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार थी, उस वक्त से ही दोनों देशों के बीच हिंसा का दौर शुरू हुआ था. इसके बाद सीरिया पर इसराइल ने सैकड़ों हवाई हमले किए हैं. सबसे ज्यादा ईरान के सुरक्षा बलों को इसराइल ने निशाना बनाया है. इसके साथ ही खासकर हिजबुल्लाह के ठिकानों को भी निशाना बनाया है.