Israel-Gaza War Upate: यह बात जग ज़ाहिर होती दिख रही है कि इजराइल गाजा से फिलिस्तीनियों को बाहर निकालना चाहता है. इजराइल के कई नेता यह बात जाहिर कर चुके हैं. इस मसले को लेकर अमेरिका का बयान भी आया है और उसने इजराइली मंत्री के उस बयान की निंदा की है जिसमें उसने कहा था कि फिलिस्तीनी लोगों को गाजा से बाहर किया जाना चाहिए. इसके बाद माना जा रहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को खतरे में डाल रहा है.


इजराइली मंत्री ने किया अमेरिका का पलटवार


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इज़राइल ने फ़िलिस्तीनियों को गाजा से बाहर निकालने की योजना बनाई है और इज़राइली निवासियों को गाजा में बसने का आह्वान किया है. इजराइल के इस फैसले को अमेरिका "भड़काऊ और गैर-जिम्मेदाराना" ठहरा रहा है. अब इस मसले में इज़राइल के मंत्री इतामार बेन-गविर का बयान आया है और उन्होंने अपने दोस्त मुल्क की आलोचना की है.


क्या बोले इजराइली मंत्री?


"संयुक्त राज्य अमेरिका हमारा सबसे अच्छा दोस्त है, लेकिन सबसे पहले हम वह करेंगे जो इज़राइल राज्य के लिए सबसे अच्छा होगा. गाजा से हजारों लोगों के प्रवासन से (इजरायल) निवासियों को घर लौटने और सुरक्षा में रहने की इजाजत मिलेगी". उन्होंने कहा, "मैं संयुक्त राज्य अमेरिका की गहराई से सराहना करता हूं, लेकिन पूरे सम्मान के साथ, हम अमेरिकी ध्वज पर सिर्फ एक और सितारा नहीं हैं."


इज़राइल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच ने भी अपने देश के कदम का बचाव किया और कहा कि 20 लाख फ़िलिस्तीनियों में "यहूदियों का वध, बलात्कार और हत्या करने की इच्छा है." मंत्री ने कहा, "हर सुबह 20 लाख लोग इज़राइल राज्य को नष्ट करने और यहूदियों का वध, बलात्कार और हत्या करने की इच्छा के साथ उठते हैं."


 



फिलिस्तीनियों के खिलाफ है जंग


इजराली मंत्री के बातों से साफ होता है कि उनकी जंग हमास के खिलाफ न होकर सभी फिलिस्तीनियों के खिलाफ है. वह पूरी रेस से ही नफरत करते हैं. ऐसे में ये साफ हो जाता है कि हमास को तबाह करना इजराइल का मकसद नहीं है वह फिलिस्तीन को ही तबाह करना चाहता हैं. यही वजह है कि गाजा के नागरिकों के खिलाफ व्हाइट फोसफोरस बम और डम्ब बमों का इस्तेमाल किया जाता है, और बिना सिविलियन्स की जान की फिक्र किए बिना मिसाइलें जागी जाती हैं. बता दें डम्ब बम वह बम होते हैं जिनका टारगेट सटीक नहीं होता है.


इस जंग में लगभग तीन महीने हो गए हैं और अब तक 22 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों का जान जा चुकी है. अस्पतालों को तबाह कर दिया गया है स्कूलों को बम से उड़ा दिया गया है. हालाक यह हैं कि खाने के लिए खाना और पानी के लिए साफ पानी भी मौजूद नहीं है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो फरवरी तक गाजा में आकाल पड़ सकता है.