Israel Hamas War: हमास-इसराइल युद्ध के बीच गाजा के सबसे बड़े हॉस्पिटल अल-शिफा से लगातार बुरी खबरें सामने आ रही हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हॉस्पिटल में बीते कुछ दिनों से लड़ाई के बन गया है. इस बीच अल-शिफा में तीन नर्सों की मौत हो गई है. इसके अलावा 6 प्रीमैच्योर (वक्त से पहले पैदा हुए) बच्चों की मौत हुई है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस खबर की पुष्टि की है.


ईंधन की कमी से हुई बच्चों की मौत


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गाजा में फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "बच्चों की मौत की ईंधन और बिजली की कमी की वजह से हुई है. इस वहज से अस्पताल में इन्कयूबेटर काम नहीं कर रहे हैं." वहीं, WHO ने जानकारी दी है, "अल-शिफा अब एक अस्पताल के तौर पर काम नहीं कर पा रहा है." WHO के मुताबिक, अल-शिफा के इलाके में लगातार बमबारी और गोलीबारी हो रही है, इससे पहले से भी गंभीर हालात हो गए हैं. 


डॉक्टरों ने बच्चों को मिस्र ले जाने की गुजारिश


फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, हॉस्पिटल के अंदर दो हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. इनमें प्रीमैच्योर बच्चे और घायल मरीज शामिल हैं. वहीं अल-शिफा के डॉक्टरों ने नवजात बच्चों को मिस्र ले जाने की गुजारिश की है ताकि उन मासूमों की जान बचाई जा सके. क्योंकि अस्पताल में सुविधाओं के अभाव में इन बच्चों की जान जा सकती है. 


'दो जून रोटी' के लिए लोग हैं मोहताज


हमास ने इसराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हो गई है. इस हमले के बाद इसराइल गाजा पर लगातार हमला कर रहा है. इस हमले में अबतक 12 हजार मासूम लोगों की जान चली गई है. जारी जंग के वजह से गाजा पट्टी में मानवीय संकट पैदा हो गया है. वहां लोगों को 'दो जून की रोटी' नसीब नहीं हो पा रही है. इस बीच इसराइल गाजा पर अपने हमले तेज कर दिए हैं. इसराइल पर इल्जाम लग रहे हैं कि वो अस्पताल और रिफ्युजी कैंप पर लगातार हमले कर रहा हैं. 


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