Israel-Hamas War Update: इजरायली सरकार ने रविवार को बताया है कि यमन के हूती विद्रोहियों ने एक कार्गो शिप को रेड सी में हाइजेक किया है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि हूतियों को ईरान का सपोर्ट है. प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने किसी का नाम लिए बिना, जब्ती की निंदा की, जिसमें कहा गया कि यह एक ब्रिटिश कंपनी के स्वामित्व वाला और एक जापानी फर्म के जरिए संचालित जहाज था. इस जहाज में 25 क्रू मेंबर थे, जिनमें से कोई इजरायली नहीं था.


शिप में कौन लोग थे?


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इजरायली सरकार का कहना है कि जहाज के क्रू मेंबर्स में यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलीपींस और मैक्सिको के लोग शामिल हैं. इजराइल की सेना ने कहा कि हमले के वक्त जहाज तुर्की से भारत की ओर जा रहा था. फिलिस्तीन से जंग के बाद से यमन के हूती विद्रोही लगातार इजराइल को धमकी दे रहे हैं. संगठन ने कई बार रॉकेट भी दागे, हालांकि इजराइल की एंटी मिसाइल तकनीक ने उन्हें नाकाम कर दिया.


हूतियों ने जारी किया बयान


घटना के कुछ घंटों पहले हूती विद्रोहियों ने बयान जारी किया था, उन्होंने कहा था कि वे इज़रायली झंडे के साथ जाने वाले जहाजों के साथ-साथ इज़रायली कंपनियों के जरिए संचालित या उनसे जुड़ें जहाजों को भी निशाना बनाएंगे. एक हूती प्रवक्ता ने एक्स पर पोस्ट करते हुए अन्य देशों से इजरायली जहाजों पर काम करने वाले नागरिकों को वापस लेने का आह्वान किया.


हूती विद्रोही यमन से तावल्लुक रखते हैं. जनवरी 2022 में, हूतियों ने सऊदी अरब के अस्पताल के लिए आपूर्ति ले जा रहे संयुक्त अरब अमीरात के ध्वज वाले मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया था. माना जाता है कि हूतियों को ईरान से प्रशिक्षण, तकनीकी विशेषज्ञता और तेजी से परिष्कृत हथियार मिल रहे हैं. जिनमें ड्रोन, बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलें शामिल हैं. ज्ञात हो कि हूतियों का 70-75 फीसद यमन पर कब्जा है, बाकि इलाकों में सऊदी समर्थन सरकार है. हूतियों ने इजराइल के खिलाफ इससे पहले भी हमले किए हैं.