Israel-Hamas War Update: `नेतन्याहू को मार देनी चाहिए गोली`,कांग्रेस MP का बड़ा बयान
Israel-Hamas War Update: हमास के खिलाफ एक्शन में हर रोज आम आदमी मारे जा रहे हैं. अब तक 12 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी है. इस बीच कांग्रेस एमपी का बयान आया है. पढ़ें पूरी खबर
Israel-Hamas War Update: कांग्रेस सांसद राजमोहन उन्नीथन ने बयान दिया है कि जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल राजमोहन ने कहा है कि इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को "बिना किसी मुकदमे के गोली मार देनी चाहिए. गाजा पट्टी में इजरायली बलों के जरिए जारी जमीनी हमले के बीच, केरल के कासरगोड में फिलिस्तीन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए, कांग्रेस नेता ने कथित तौर पर नेतन्याहू के खिलाफ "नूरेमबर्ग मॉडल" (नूरेमबर्ग में नाजियों के नरसंहार के मुकदमे का हवाला) की वकालत की. .
क्या बोले राजमोहन उन्नीथन?
राजमोहन ने कहा,"आप पूछ सकते हैं कि जिनेवा कन्वेंशन के तहत सभी समझौतों को तोड़ने वालों के साथ क्या किया जाना चाहिए, दूसरे वर्ल्ड वॉर के बाद, युद्ध अपराधों के दोषियों (नाज़ियों) को न्याय के कटघरे में लाने के लिए नूरेबर्ग परीक्षण नामक कुछ था. नूरेनबर्ग मॉडल के मुताबिक युद्ध अपराधों के आरोपियों को बिना मुकदमे के गोली मार दी गयई. अब वक्त आ गया है कि नूरेनबर्ग मॉडल यहां (इजरायली पीएम के खिलाफ) लागू किया जाए. आज, बेंजामिन नेतन्याहू एक युद्ध अपराधी के तौर पर दुनिया के सामने खड़े हैं."
उन्होंने आगे कहा,अब समय आ गया है कि नेतन्याहू की गोली मारकर हत्या कर दी जाए उनकी सेनाएं फ़िलिस्तीनियों पर जो अत्याचार कर रही हैं, उसके कारण बिना किसी सुनवाई के ये सजा दी जाए." ये रैली कासरगोड यूनाइटेड मुस्लिम जमात के जरिए जुमा के दिन आयोजित कराई गई थी.
V Muraleedharan ने की आलोचना
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि सांसद के ऐसे बयान से देश की छवि खराब हो सकी है. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस पार्टी का अपने सांसद के ऐसे बयानों पर क्या रुख है. संसद सदस्य एक बहुत ही जिम्मेदार पद है जिस पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ध्यान देता है. जब एक सांसद इस तरह का बयान देता है तो यह शर्म की बात है."
इजराइल और हमास युद्ध पर पीएम ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इजराइल-हमास के बीच चल रहे युद्ध में बढ़ती नागरिकों की मौत की निंदा की और कहा कि पश्चिम एशिया में घटनाओं से नई चुनौतियां उभर रही हैं. जानकारी के लिए बता दें फिलिस्ती में अब तक 12 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं.