Israel Hamas War: दक्षिण अफ्रिका ने इसराइल के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया है. इसपर इसराइल ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में दक्षिण अफ्रीका के जरिए दायर नरसंहार के इल्जामों के खिलाफ अपना बचाव करेगा. इसराइली PMO के एक अधिकारी एलोन लेवी ने मंगलवार यानी 2 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका पर हमास के 7 अक्टूबर के हमले को ‘‘राजनीतिक और कानूनी संरक्षण’’ देने का इल्जाम लगाया.


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इस हमले के बाद ही इसराइल ने हमास के खिलाफ जंग शुरू किया था. लेवी ने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका के नरसंहार के बेतुके इल्जाम को खारिज करने के लिए इसराइल हेग में मौजूद के समक्ष पेश होगा.’’ 


दक्षिण अफ्रीका ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की इंटरनेशनल कोर्ट में मामले की शुरूआत की, जिसमें इसराइल पर गाजा में फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार का इल्जाम लगाया और कोर्ट से इसराइल को हमले रोकने का आदेश देने के लिए कहा. इसराइल अपने खिलाफ़ अंतरराष्ट्रीय मामलों को अनुचित और पक्षपाती बताकर ख़ारिज कर देता है और शायद ही कभी सहयोग करता है. इसराइली प्रतिक्रिया से संकेत मिलता है कि सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है. 


हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 इसराइली नागरिकों की मौत हो गई थी. वहीं हमास ने 250 इसराइली नागरिकों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इसराइल ने जवाबी हमला करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. जिसमें 22 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. 


इसराइल के हमले गाजा पट्टी में सबसे ज्यादा महिलाओं और  बच्चों की मौत हई है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा पट्टी में हर 10 मीनट में एक शख्स की मौत हो रही है. गाजा पट्टी में इसराइल लगातार बमबारी कर रहा है. जिससे वहां मानवीय संकट पैदा हो गया है. इस हिंसा के वजह से विश्व दो हिस्सों में बट गया है. एक हिस्सा इसराइल के कार्रवाई को जायज ठहरा रहा है, वहीं दूसरा हिस्सा इसराइल के इस हमले नरसंहार बता रहा है.