Malaysian PM on Zakir Naik: मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं. इस बीच दोनों देशों के बीच कई डील हुई हैं, लेकिन कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको चौंका दिया. क्योंकि 20 अगस्त को मलेशिया के प्रधानमंत्री ने संकेत दिया कि अगर भारत इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के खिलाफ सबूत मुहैया कराता है तो उनकी सरकार जाकिर नाइक को भारत को सौंपने पर विचार कर सकती है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मलेशियाई पीएम ने क्या कहा?
‘इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स’ की परिषद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जब मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मलेशिया में रह रहे जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "अगर नाइक के खिलाफ पर्याप्त सबूत मुहैया कराए जाते हैं तो इस पर कार्रवाई की जाएगी." हालांकि उन्होंने कहा कि इस मुद्दे से दोनों देशों के रिश्तों पर असर नहीं पड़ना चाहिए.


पीएम इब्राहिम ने बताया कि भारत की तरफ से यह मामला नहीं उठाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले भी इस मामले को उठाया था, लेकिन मैं यहां किसी व्यक्ति की बात नहीं कर रहा हूं. मैं चरमपंथ की बात कर रहा हूं. हमारी सरकार जाकिर नाइक के मामले में पेश किए गए सभी सबूतों का स्वागत करेगी. हम आतंकवाद से निपटने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.


इस मामले में आरोपी हैं जाकिर नाइक
जाकिर नाइक पर भारत में भड़काऊ भाषण देने, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद को बढ़ावा देने का इल्जाम है. मई 2019 में ईडी ने आतंकी फंडिंग मामले में जाकिर नाइक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. ईडी ने दावा किया था कि 2003-04 से 2016-17 के बीच जाकिर नाइक को अज्ञात और संदिग्ध स्रोतों से 64 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली थी. इनमें से ज़्यादातर फंड का इस्तेमाल 'शांति सम्मेलन' आयोजित करने में किया गया था. एजेंसी ने यह भी कहा था कि 2012 से 2016 के बीच जाकिर नाइक को 49.20 करोड़ रुपये भी मिले थे. यह रकम नाइक के यूएई बैंक खाते में आई थी.