Israel Gaza Conflict: जकार्ता से ट्यूनिस तक प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को गाजा पर इजरायल की बमबारी को रोकने की मांग की. लगभग दो हफ्ते के हवाई और तोपखाने हमलों में वहां के 4,100 लोग मारे गए हैं. इज़राइल छोटे, भीड़-भाड़ वाले फिलिस्तीनी इलाके में जमीनी जंग की तैयारी कर रहा है, जिसका मकसद आतंकवादी इस्लामी ग्रुप हमास को खत्म करना है. हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायली शहरों में मिसाइलें दागी थीं, जिसमें 1,400 लोग मारे गए थे और कई लोगों को अपने कब्जे में ले लिया था.


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जॉर्डन में विरोध


जॉर्डन में 6,000 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में मार्च किया. इस दौरान हजारों लोगों ने इजरायली दूतावास के पास रैली की. जॉर्डन ने 1994 में इज़राइल के साथ शांति स्थापित की थी. प्रदर्शनकारियों ने हमास के लिए समर्थन व्यक्त किया, उससे इज़राइल पर रॉकेट हमलों और आत्मघाती बम विस्फोटों से हमला करने की बात कही. प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीनी समूह को इस नारे के साथ संबोधित किया: "हम आपकी सेना हैं."


तुर्की में पुतला फूंका


तुर्की और मिस्र, दो देशों, जिनके लंबे समय से इज़राइल के साथ पूर्ण राजनयिक संबंध हैं, में भी हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए और बमबारी को रोकने की मांग की. इस्तांबुल की बेयाज़िट मस्जिद के सामने लगभग 2,000 लोग जमा हुए, उन्होंने इज़रायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का पुतला जलाया और फिलिस्तीनी झंडे लहराए. कुछ लोगों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था: "नरसंहार बंद करो" और "आतंकवादी इज़राइल".


मिस्र के लोग नाराज


मिस्र में, हजारों प्रदर्शनकारी दुनिया की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक, अल-अजहर मस्जिद पर खड़े होकर "अरब सेना कहाँ है?" के नारे लगा रहे थे, जबकि अन्य लोग केंद्रीय तहरीर चौक पर जमा हुए.


दक्षिण-पूर्व एशिया में अमेरिका की मुखालफत


दक्षिण-पूर्व एशिया में सैकड़ों लोग इंडोनेशियाई और मलेशियाई राजधानियों में अमेरिकी दूतावासों के पास विरोध प्रदर्शन करने के लिए जमा हुए, उन्होंने इजरायली झंडे जलाए और नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तस्वीरों पर मुहर लगाई.


अस्पताल पर बम गिरने मची हलचल


कुछ पश्चिमी सरकारों ने इज़राइल की तरफ से की जा रही बमबारी का सपोर्ट किया है. कई मुस्लिम राज्यों ने फौरन जंग रोकने की गुजारिश की है. मुस्लिम देश गाजा की तरफ से की जा रही बमबारी और उनकी हालत देखकर नाराज हैं. मु्स्लिम देश फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त कर रहे हैं. गाजा के अधिकारियों की यह कहे जाने के बाद कि इजरायल ने गाजा के अस्पताल पर हमला किया है और सैकड़ों लोग मारे गए हैं, मंगलवार देर रात मुस्लिम देशो में अचानक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. हमास का कहना है कि इजरायल ने अस्पताल पर मिसाइल दागी जबकि इजरायल ने इल्जाम लगाया कि फिलिस्तीनियों की तरफ से दागा गया एक मिसाइल अस्पताल पर गिरा.