पाकिस्तान में निमोनिया से 220 बच्चों की मौत; पिछले साल पंजाब प्रांत में 990 बच्चों ने गंवाई थी जान
Pakistan News: 200 बच्चों की मरने की खबर की पुष्टि पंजाब प्रांत की कार्यवहक सरकार ने की है, उन्होंने कहा कि ये बात सही है कि पंजाब प्रांत में पिछले 20 दिनों के अंदर 220 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. सरकार ने बताया कि ज्यादातर बच्चों के मरने की वजह कुपोषण है.
Pakistan News: पाकिस्तान से बेहद चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पिछले तीन हफ्तों के दौरान 220 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि ये सभी मौतें निमोनिया की वजह से हुई है. पातिस्तान में इन दिनों बहुत कड़ाके ठंड पड़ रही है.
बता दें कि 200 बच्चों की मरने की खबर की पुष्टि पंजाब प्रांत की कार्यवहक सरकार ने की है, उन्होंने कहा कि ये बात सही है कि पंजाब प्रांत में पिछले 20 दिनों के अंदर 220 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. सरकार ने बताया कि ज्यादातर बच्चों के मरने की वजह कुपोषण है. साथ ही मरने वालों में कई बच्चों को निमोनिया का टीका ( Vaccine ) नहीं लगा था, जिसकी वजह से इन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी कमजोर हो गई थी. वहीं, पंजाब सरकार ने स्कूलों को बढ़ती ठंड की वजह से 31 जनवरी तक मॉर्निंग असेंबली नहीं करने की हिदायत दी है.
लाहौर में सबसे ज्यादा मौतें
इस साल के शुरुआत होते ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 26 जनवरी तक करीब 11 हजार निमोनिया मामाले दर्ज किए गए हैं. वहीं, मरने वालों 220 बच्चों में से सबसे ज्यादा 47 बच्चों की मौत लाहौर में हुई है. जानकारी के लिए बता दें कि लाहौर का पंजाब प्रांत की राजधानी है. राजधानी लाहौर में इतने बच्चों की जान जाना वहां की केयरटेकर सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है.हालांकि, मौजूदा सरकार ने अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों को मास्क पहनाएं और हाथ को बराबर धोते रहें.
पिछले साल 990 बच्चों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि बीते पिछले साल अकेले पंजाब प्रांत में 990 बच्चों की मौत निमोनिया की वजह से हो गई थी. अब पाकिस्तान की सरकार पिछले साल की घटना से सबक लेते हुए इस चिंता से निपटने के लिए लोगों को सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रही है.