Protection Of Minority Places Of Worship In Pakistan: पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमलों के बीच इस्लामाबाद पुलिस ने गुरुवार को राजधानी में अल्पसंख्यक समुदायों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए 70 सदस्यों की खास टीम बनाई है. इस्लामाबाद पुलिस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, 70 पुलिसकर्मियों को अल्पसंख्यक सुरक्षा इकाई में तैनात किया गया है. पोस्ट में कहा गया है कि सभी जिला पुलिस अधिकारी अपने-अपने इलाकों में अल्पसंख्यक पूजा स्थलों और समुदायों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होंगे.


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पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए बनाई गई खास टीम
नेशनल माइनॉरिटी कमीशन की सिफारिशों के अनुसार, अल्पसंख्यक पूजा स्थलों और समुदायों की सुरक्षा के लिए बनाई गई टीम एसएसपी की देखरेख में काम करेगी. पुलिस ने कहा, प्रत्येक डिविजन स्तर पर अल्पसंख्यक समितियों के साथ संपर्क मजबूत किया जाएगा. पोस्ट में कहा गया है कि पुलिसकर्मियों को अल्पसंख्यक सुरक्षा इकाई के लिए हाल में हुई भर्ती से भी चुना गया है. बुधवार को लाहौर से 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद जिले के जरांवाला शहर में ईशनिंदा के आरोप में गुस्साई भीड़ ने 21 गिरजाघरों और ईसाइयों के कई घरों में तोड़फोड़ की थी. उस हादसे के बाद ये कदम उठाया गया है. 



100 से अधिक लोग गिरफ्तार
दरअसल, बुधवार को पंजाब प्रांत के फैसलाबाद जिले के जारांवाला में लोगों ने दावा किया कि उन्होंने एक स्थानीय ईसाई और उसके दोस्त को कुरान का अपमान करते हुए देखा. पुलिस ने बताया कि इस बात से नाराज होकर मकामी मुसलमानों ने कई चर्चों और ईसाईयों के घरों पर हमला कर दिया. वहीं अब, जरांवाला इलाके में पुलिस ने गुरुवार को शांति बहाल करने के लिए हिंसा में कथित तौर पर शामिल होने के लिए कट्टरपंथी इस्लामवादी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ताओं समेत 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया. बुधवार को हुई हिंसा के बाद जरांवाला में 3,000 से अधिक पुलिसकर्मी और पाकिस्तान रेंजर्स की दो कंपनियां तैनात की गई हैं. सरकार ने जरांवाला में दफा 144 लागू कर दी है. वहीं, जरांवाला में बृहस्पतिवार को सभी स्कूल-कॉलेज और बाजार बंद रहे.


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