Pakistan News: पाकिस्तान सरकार अफगान नागरिकों को लगातार देश की सीमा से बाहर भेज रहे हैं. पाक सरकार इसमें तेजी लाने के लिए एक से ज्यादा बोर्डर खोल दिए हैं. 


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रिपोर्ट्स के मुताबिक, " पाकिसातन के एक अफसर ने कहा कि शुक्रवार को हजारों बिना दस्तावेज वाले अफगान नागरिकों की वापसी में तेजी लाने के लिए और एक से ज्यादा बोर्डर खोल दिए हैं".


खैबर जिले के डिप्टी कमिश्नर अब्दुल नासिर खान ने कहा, "तोरखम की नोर्थ - वेस्ट बेर्डर पर अफगानिस्तान इमिग्रेंट के लिए सुविधाएं तीन गुना बढ़ा दी गई हैं, ताकि लौटने वालों को आसानी से बाहर किया जा सके."


रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान के नागरिकों ने पाकिस्तान से बाहर निकाले जाने के बाद अपने भविष्य को लेकर चिंता जाहिर किया था. वहीं एक अफगान नागरिक ने कहा, "हमने पाकिस्तान बोर्डर पर तीन दिन बिताए. उस वक्त हमारी स्थिति बहुत खराब थी. अल्लाह का शुक्र है कि हम अपने देश वापस आ गए." इनके परिवार में 16 लोग हैं और सभी को तम्बू तक पहुंचने में छह दिन लगे.


पाकिस्तानी अफसरों पर लगा ये इल्जाम
अफगान नागिरक रफ़ी ने पाकिस्तानी अफसरों पर कई इल्जाम लगाए. उन्होंने कहा कि स्वदेश वापसी की प्रक्रिया के लिए वहां के अफसरों ने रिश्वत लिया. हालांकि, पाकिस्तानी अफसरों ने इल्जाम से इनकार किया.


तालिबान ने पड़ोसी मुल्कों से क्या कहा?
इस बीच, तालिबान के एक नुमाईंदे जबीहुल्ला मुजाहिद ने अफगान शरणार्थियों की मेजबानी करने वाले मुल्कों से गुजारिश किया था कि अफगान नागरिकों को जबरदस्ती देश से नहीं निकाले.  उन्होंने कहा कि प्रवासियों के पास अभी तक इसके लिए कोई तैयारी नहीं है. एक रिपोर्ट के मुताबिक "मुजाहिद ने इस्लामी और पड़ोसी मुल्क के बुनियाद पर सहिष्णुता का भी आह्वान किया".


मुजाहिद ने अपने बयान में कहा, "अफ़गानों ने मेज़बान देशों में समस्याएँ या अस्थिरता पैदा नहीं की है. उन्होंने पड़ोसी मुल्कों से उनके साथ सही व्यवहार करने का आग्रह किया".


पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार अफगान रिफ्यूजी के लिए देश छोड़ने की अंतिम तारीख  31 अक्टूबर घोषित की है. पाक सरकार ने 20 लाख अफगान रिफ्यूजी को पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा