Pakistan Violence: पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिला पिछले कई दिनों से सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रही है. इस हिंसा अब तक 88 लोगों की मौत हो गई है. जबकि सैकड़ों लोग जख्मी हुए हैं. अस्पताल प्रशासन ने मीडिया को यह जानकारी दी.


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कैसे शुरू हुई हिंसा
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 19 नवंबर को हिंसा उस वक्त भड़की थी, जब शिया मुसलमानों को ले जा रहे मुसाफिरों के डिब्बों के काफिले पर पाराचिनार क्षेत्र में घात लगाकर हमला किया गया था. इस हमले ने शिया और सुन्नी समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा को जन्म दिया, जिसके बाद के दिनों में कई जवाबी हमले हुए, जिससे मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ.


दोनों पक्ष के बीच शांति समझौता
प्रांतीय सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले का दौरा किया और दोनों संप्रदायों के बीच सात दिनों के लिए संघर्ष विराम पर सहमति बनी. इस बीच, खैबर पख्तूनख्वा के सूचना मंत्री और प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने रविवार को मीडिया को बताया कि सात दिनों के लिए संघर्ष विराम पर सहमति बनी है. इसके अलावा, तनाव कम करने के लिए सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने की कोशिश चल रहे हैं.


बंदियों की वापसी
उन्होंने कहा कि सरकारी टीम बातचीत को सुविधाजनक बनाने के लिए मकामी लीडर्स के साथ मिलकर काम कर रही है. दोनों पक्ष एक-दूसरे के बंदियों को वापस करने के लिए भी पूर्ण समझौते पर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि बातचीत में सकारात्मक प्रगति हुई है. कुर्रम जिले में सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास रहा है. प्रांतीय गवर्नर फैसल करीम कुंडी के मुताबिक, इस साल की शुरुआत में सितंबर महीने में अलग-अलग घटनाओं में 60 लोग मारे गए थे.


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