Iran Strike on Pakistan: बलूचिस्तान में हुई ईरान की स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने बड़ा फैसला  लिया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसकी सीमा के अंदर ईरान का हमला "अवैध और अस्वीकार्य कदम था". पाकिस्तान ने इसका विरोध जताते हुए ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है और पाकिस्तान में मौजूद ईरान के राजदूत को वापस भेज दिया है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के बयान में कहा था, इस घटना के बाद पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई का पूरा अधिकार रखता है और इसकी जिम्मेदारी ईरान की होगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जैश अल-धुल्म के ठिकानों पर स्ट्राइक 
ईरान की न्यूज एजंसी तस्नीम की रिपोर्ट के मुताबिक, "पाकिस्तान में जैश अल-धुल्म (जैश अल-अदल) आतंकवादी समूह के दो प्रमुख गढ़ों को मिसाइल और ड्रोन हमलों से सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया गया है." इस हमले के बाद पाकिस्तान ने ईरान को खुले तौर पर हमले का ख़ामयाज़ा भुगतने की धमकी दी है. इस्लामाबाद में प्रेस कांफ्रेंस में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने कहा "कल रात हुए ईरान के हमले गैरकानूनी है, पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसका कोई जस्टिफिकेशन नहीं दिया जा सकता." बलूच ने आगे कहा, "पाकिस्तान इस गैरकानूनी हरकत का जवाब देने का अधिकार रखता है और परिणामों की जिम्मेदारी पूरी तरह से ईरान की होगी" उन्होंने ये भी बताया कि इस्लामाबाद ने ईरानी सरकार को संदेश दे दिया है. 


चीन ने पाकिस्तान, ईरान से 'संयम बरतने' का आग्रह किया
इस गर्म माहौल में पाकिस्तान और ईरान दोनों से अच्छे संबंध रखने वाले चीन ने दोनों ही देशों से संयम बरतने की गुज़ारिश की है. 
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, "हम दोनों पक्षों से संयम बरतने, तनाव बढ़ाने वाले किसी भी एक्शन से बचने और शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान करते हैं." उन्होंने आगे कहा, "हम ईरान और पाकिस्तान दोनों को करीबी पड़ोसी और प्रमुख इस्लामिक देश मानते हैं."