Khwaja Moinuddin Chishti: हजरत ख्वाजा सैयद मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (RA) का 812वां वार्षिक उर्स मुबारक अजमेर शरीफ में आयोजित किया गया, जिसमें 230 पाकिस्तानी जायरीन के एक समूह ने भी हिस्सा लिया. नई दिल्ली मौजूद पाकिस्तान दूतावास के प्रभारी ऐजाज़ खान ने भी उपमहाद्वीप के सबसे मशहूर सूफी, ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर मत्था टेका.


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पाकिस्तानी दूतावास ने दी जानकारी
पाकिस्तान के लोगों और सरकार की तरफ से पारंपरिक चादर चढ़ाने के बाद, चार्ज डी अफेयर्स और मेहमान जायरीन ने पाकिस्तान की प्रगति और समृद्धि के लिए विशेष दुआ की. भारत में पाकिस्तान दूतावास ने भी पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के उर्स में आने की तस्दीक की है. पाकिस्तान के दूतावास ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर जानकारी दी.


जायरीन का हुआ इस्तक़बाल 
दरगाह पहुंचने पर प्रभारी ऐज़ाज़ खान और पाकिस्तानी जायरीन का सैयद बिलाल चिश्ती और अंजुमन मोइनिया फखरिया चिश्तिया खुद्दाम ख्वाजा साहब के दूसरे प्रमुख सदस्यों ने इस्तक़बाल किया. दरगाह के प्रतिष्ठित लोगों ने प्रभारी एजाज खान और ज़ायरीन के प्रतिनिधियों की "दस्तारबंदी" की. प्रभारी ऐज़ाज़ खान ने खास मौके पर पाकिस्तानी जायरीन की यात्रा की सुविधा के लिए दरगाह के सज्जादा नशीन के साथ-साथ मकामी प्रशासन का शुक्रिया अदा किया.


उर्स मुबारक के मौके पर लोगों ने लिया हिस्सा
पाकिस्तानी जायरीन 14-21 जनवरी, 2024 तक अजमेर शरीफ का दौरा कर रहे हैं. धार्मिक स्थलों की यात्रा पर 1974 के भारत-पाकिस्तान प्रोटोकॉल के ढांचे के तहत जायरीन हजरत ख्वाजा सैयद मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (RA) के वार्षिक उर्स मुबारक में हिस्सा लेते हैं. पिछले साल भी सूफी कवि अमीर खुसरो की 718वीं पुण्य तिथि में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान से 110 सदस्यीय धार्मिक प्रतिनिधिमंडल नई दिल्ली आया था.