Ahmadiyya in Pakistan: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पुलिस ने अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय की 40 साल पुरानी एक मस्जिद की मीनारों को कथित तौर पर ध्वस्त कर दिया. जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान (जेएपी) ने सोमवार को यह जानकारी दी. यह घटना लाहौर से करीब 130 किलोमीटर दूर देपालपुर के ओकारा में हुई. जेएपी के पदाधिकारी आमिर महमूद ने सोमवार को बताया कि पंजाब पुलिस के 12 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने सुभान शाह में अहमदिया मस्जिद की मीनारों को ध्वस्त कर दिया और वहां लिखे शब्दों को भी हटा दिया. 


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पाकिस्तान में मीनारों को ढहाया
आमिर महमूद ने आगे बताया, "पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) की निगरानी में देपालपुर थाने से पुलिस की दो गाड़ियां आईं और अहमदी मस्जिद पर छापेमारी करके इलाके की घेराबंदी कर दी. इसके बाद मीनारों को ढहा दिया गया. उन्होंने सीमेंट का इस्तेमाल करते हुए वहां लिखे शब्दों को भी हटा दिया." महमूद ने बताया कि यह मस्जिद 1984 से पहले बनी थी. लाहौर उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति तारिक सलीम शेख ने पिछले साल अपने फैसले में यह साफ कर दिया था कि 1984 से पहले बनी अहमदी मस्जिदों की संरचनाओं में किसी तरह की छेड़छाड़ की आवश्यकता नहीं है.


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पुलिस का बयान
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, "हमें देपालपुर में अहमदिया मस्जिद की मीनारों के खिलाफ शिकायत मिली थी. हमने स्थानीय अहमदिया लोगों को बुलाया और उनसे मीनारों को गिराने के लिए कहा क्योंकि वे मुस्लिम मस्जिदों के समान हैं. उनके इनकार करने पर पुलिस ने उन्हें गिरा दिया." महमूद ने बताया कि पिछले साल पाकिस्तान में अहमदिया लोगों की कम से कम 42 मस्जिदों पर हमला हुआ था.


शिया मुसलमानों पर हमला
इल्जाम है कि पाकिस्तान में इसी साल जुलाई में शिया मुसलमानों की टाग्रेट किलिंग हुई है. इसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बड़े पैमाने पर शिया मुसलमानों ने विरोध प्रदर्शन किए थे. बताया जाता है कि पाकिस्तान के खैबर पखतूनख्वा में एक हफ्ते से ज्यादा वक्त तक दंगे चले जिसमें शिया मुसलमानों की टार्गेट किलिंग की गई. लखनऊ में शिया मुसलमानों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए.