Rohingya Refugees: इंडोनेशिया के लोगों के द्वारा विरोध करने के बाद भी हफ्तों तक समुद्री सफर करने के बाद लगभग 150 रोहिंग्या रिफ्यूजी फिर से इंडोनेशिया पहुंच गए हैं. सभी शरणार्थी इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा सूबा के एक समुद्र तट पर पहुंचे, जिनमें ज्यादातर लोग भूखे और कमजोर हैं.अफसरों ने यह जानकारी 31 दिसंबर को दी.


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वहीं, गांव के मुखिया बताया कि 150 लोगों में 53 जेंट्स, 39 महिलाएं और 55 बच्चे शामिल हैं. ये ग्रुप शनिवार देर रात लंगकट जिले के करंग गादीह समुद्र तट पर पहुंचा.


सभी रिफ्यूजी एक जर्जर और खस्ताहाल लकड़ी की नाव में लंगकट जिले के करंग गादीह समुद्र के किनारे पहुंचा. लंबी सफर की वजह से पांच रिफ्यूजी बीमार हो गए थे. गांव के लोगों ने सभी रोहिंग्या रिफ्यूजी को खाना और पानी दिया. गांव वाले रिफ्यूजी के आगे का ठिकाना तय करने के लिए अफसरों के हिदयात का इंतजार कर रहे हैं. 


हालांकि, स्थानीय लोग अपने कम्युनिटीज में शरणार्थियों को नहीं चाहते हैं. उन्होंने इसके लिए पिछले सप्ताह रोहिंग्या के आने का विरोध किया था. मुखिया ने कहा,‘‘हमने उनकी मदद की क्योंकि वे भूखे और प्यासे थे जिसकी वजह से सभी बहुत कमजोर हो गए थे. लेकिन कई लोग उन्हें हमारे गांव में रहने नहीं देना चाहते हैं, क्योंकि वे बाद में  सिर्फ परेशानियां पैदा करेंगे.’’


बांग्लादेश से पलायन कर रहे हैं रोहिंग्या 
वहीं, एक रिफ्यूजी ने पुलिस को बताया कि वे बांग्लादेश के कॉक्स बाजार रिफ्यूजी कैंप से इंडोनेशिया के लिए रवाना हुए थे. म्यांमार में हो रहे अत्याचार से बचने के लिए लगभग 740,000 रोहिंग्या भागकर बांग्लादेश पहुंचे थे. लेकिन बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति खराब हो गई है, जिसकी वजह से वे पलायन कर रहे हैं.