Sudan Conflict: सूडान के पश्चिमी उत्तर दारफुर राज्य की राजधानी एल फशर में भारी मुठभेड़ हुई. यहां सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के बीच फिर से सशस्त्र संघर्ष हुआ है, इसमें तीन बच्चों समेत कम से कम 11 लोग मारे गए और 17 अन्य घायल हो गए हैं. इस संघर्ष की जानकारी गैर-सरकारी सूडानी डॉक्टर्स नेटवर्क ने दी है.


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समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, सूडानी डॉक्टर्स नेटवर्क ने बयान में चेतावनी देते हुए बताया कि घनी आबादी वाले शहर में 10 मई से जारी संघर्षों से गंभीर मानवीय आपदा पैदा होने की संभावनाएं सबढ़ गईं हैं. बयान के मुताबिक, डॉक्टरों के ऑर्गेनाइजेशन ने शनिवार को गोलाबारी तत्काल बंद करने और शहर से नाकेबंदी हटाने की मांग की. शहर में 10 लाख से ज्यागा लोग निवास करते हैं, जिनमें से ज्यादातर अन्य राज्यों से आए विस्थापित लोग हैं.


पिछले सोमवार को RSF के हमले में 40 लोग मारे गए थे
डॉक्टरों के संगठन ने इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन से मानवीय सहायता, खासतौर पर दवाओं और खाद्य पदार्थों की सप्लाई सुनिश्चित करने और बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए कोशिश करने की अपील की. इससे पहले सोमवार को मध्य सूडान के एक गांव पर अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के हमले में करीब 40 नागरिक मारे गए थे.


यूएन चीफ ने जताई चिंता
गैर-सरकारी ग्रुप अबू गौता रेसिसटेंस कमेटी ने इस बारे में एक बयान में कहा, "आरएसएफ ने गेजीरा राज्य के अबू गौता क्षेत्र के गौज अल-नका गांव पर हमला किया." इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के स्पोक्सपर्सन स्टीफन दुजारिक ने शनिवार को कहा कि यूननाइटेड नेशन चीफ , आरएसएफ की तरफ से एल फशर पर बड़े पैमाने के हमले की खबरों से 'गंभीर रूप से चिंतित' हैं.


यूएन ने की ये अपील
दुजारिक ने कहा कि यूएन चीफ ने पारामिलिट्री फोर्सेज से 'जिम्मेदारी से काम करने और आरएसएफ के हमलों को रोकने का हुक्म देने' की अपील की. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, 15 अप्रैल 2023 से सूडान एसएएफ और आरएसएफ के बीच हिंसक संघर्ष में उलझा हुआ है. इस संघर्ष की वजह से कम से कम 16,650 लोगों की मौत हुई है और लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं.