Gaza Ceasefire: हमास और इसराइल के बीच जारी जंग के दौरान युद्धविराम और बंधकों की रिहाई से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. दोनों के बीच में हुई डील अधर में लटक गई है. हमास की नई शर्तों को इसराइल ने मानने से इनकार कर दिया है. एक मीडिया रिपोर्ट मुताबिक, हमास के जरिए छोड़े जाने वाले बंधको को लिस्ट इसराइल को नहीं दी है. हमास की मांग है कि पहले सीजफायर और बंधकों की लिस्ट आने के बाद फैसला लिया जाएगा.


इसराइल ने हमास के शर्तों को मानने से किया इनकार


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हमास का कहना है कि सीजफायर को दौरान गाजा के बाहर रहे रहे हमास के बड़े नेताओं पर इसराइल हमला न करें और न ही उन्हें गिरफ्तार करे, लेकिन इसराइल ने हमास के इस शर्त को मानने से इनकार कर दिया है. हमास ने दावा किया है कि बमबारी के चलते उसने रिहा होने वाले बंधको की लिस्ट नहीं दी है. इसके अलावा अब सीजफायर की तारीख, कतर और इसराइल के अधिकारी मिलकर तय करेंगे. 


इस डील में हुई थी ये बात


हमास और इसराइल के बीच ये डील 22 नवंबर को हुई थी. इस डील में कहा गया था कि आज यानी 23 नवंबर से इसराइली बंधको की रिहाई का सिलसिला शुरु हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. अब एक अलग जानकारी सामने आई है कि इसराइल बंदियो की रिहाई की शुरूआत 24 नवंबर से पहले नहीं करेगा. ऐसा कहा जा रहा है कि हमास और इसाराइल के बीच ये डील अधर में लटक जाएगा. 


इस समझौते में इतने बंधको को छोड़ने की गई थी बात


इस समझौते तहत हमास 50 इसारइली बंधकों को रिहा करेगा. वहीं, इसके बदले में इसराइल की जेलों में बंद फलस्तीन के 150 कैदियों को रिहा करने की बात कही गई थी. इस समझौते पर इसराइली सरकार ने कहा था, "इस डील के तहत हमास अगले 4 दिन के अंदर 50 बंधकों को रिहा करेगा. इन बंधकों में औरतें और बच्चे शामिल हैं." हमास ने 7 अक्टूबर को 240 इसारइली नागरिकों को बंधक बनाया था. 


Zee Salaam Live TV