Israel Palestine Conflict: हमास और इजराइल युद्ध के बीच बांग्लादेश, पाकिस्तान, रूस और कई अरब मुल्कों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन ये प्रस्ताव पास नहीं हो पाया है. इस प्रस्ताव में इजरायल और गाजा में युद्धविराम का आह्वान किया गया था, लेकिन इसमें हमास का कोई जिक्र नहीं किया गया था. 


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UN में हुई थी वोटिंग
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के जरिए एक बंद बैठक में आम सहमति बनाने के आखिरी मिनट के प्रयास के बावजूद परिषद के सदस्य एक आम सहमति नहीं बना पाएं. इसके बाद सोमवार रात को प्रस्ताव पर मतदान कराया गया था. प्रस्ताव में हमास को इजरायल पर हमले के अपराधी के रूप में नामित नहीं किया गया था. UN के स्‍थाई सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जापान ने भी प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया है. वहीं, रूस, चीन, मोज़ाम्बिक, गैबॉन और यूएई ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 6 मुल्क गैर-हाजिर थे. 


UN के महासचिव ने मिस्र जाने का किया ऐलान
इजराइल के हमले के बाद गाजा में मानवीय संकट बढ़ रहा है. इजरायली बमबारी में 2,700 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं. UN के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को मिस्र के जाने का ऐलान किया है. 


एंटोनियो गुटेरेस ने कही ये बड़ी बात
इजराइल ने जमीनी हमले की आशंका में गाजा के उत्तरी हिस्से को छोड़ लगभग 10 लाख लोगों को दक्षिणी हिस्से में जाने के लिए कहा है. गुटेरेस ने कहा, "मध्य पूर्व रसातल के कगार पर है." उन्होंने इज़राइल से गाजा पर नाकाबंदी हटाने की गुजारिश भी की है, जहां खाना और पानी खत्म होने की कगार पर है और लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. 


फिलिस्तीनियों को अफ्रीकी मुल्क जाने की दी जा सकती है इजाजत
गाजा मिस्र से सटा हुआ है और राहत सामग्री इसके माध्यम से भेजी जा सकती है और लोगों को गाजा छोड़कर अफ्रीकी मुल्क में जाने की इजाजत दी जा सकती है. गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, "वह राफा क्रॉसिंग का दौरा कर सकते हैं, जो एन्क्लेव को मिस्र से जोड़ता है लेकिन अब गाजा जाने की उनकी कोई योजना नहीं है."


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