गाजा में जारी युद्ध अब पूरी क्षेत्र में फैलने लगा है. फिलिस्तीनी समर्थक इस्लामिक रेजिस्टेंस ग्रुप लगातार इजराइल-अमेरिका से जुड़े जहाज़ो, प्रोप्रटियों और सेना को निशाना बना रहे हैं. अब इराक में मौजूद अमेरिकी सेना के एयर-बेस 'ऐन अल-असद' (Ain al Assad base) को निशाना बनाया गया है. लेबनानी मीडिया 'अल मयादीन' की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में भारी नुकसान हुआ है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गाजा युद्ध के बाद हमले तेज़
क्षेत्र में अमेरिका सेना पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं. कुछ दिन पहले इराक में मौजूद इस्लामिक रेजिस्टेंस ने सीरियाई शहर अल-हसाका के दक्षिण में बने अल-शद्दादी अमेरिकी बेस को निशाना बनाने की जिम्मेदारी ली थी. ये हमला ड्रोन की मदद से अंजाम दिया गया था. अब इराक के इस्लामिक रेजिस्टेंस ने पश्चिमी इराक में ऐन अल-असद अड्डे पर अमेरिकी सेना को ड्रोन से निशाना बनाने और हताहत करने की जिम्मेदारी ली है. इस्लामिक रेजिस्टेंस के बयान में ये भी कहा गया है, कि ड्रोन ने अल-तनफ में अमेरिकी कब्जे वाले ठिकानों और सीरिया में रुक्बन शिविर को निशाना बनाया है. इसके अलावा अल-उमर ऑइल-फील्ड में मौजूद अमेरिकी बेस भी हमलों से प्रभावित हुआ है. 



97वी बार हुआ अमेरिकी सेना पर हमला 
एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने लेबनानी मीडिया 'अल मयादीन' को बताया कि अमेरिकी और गठबंधन सेना पर 17 अक्टूबर से 13 दिसंबर तक इराक और सीरिया में कम से कम 97 हमले हुए हैं. फोक्स न्यूज के जर्नलिस्ट लुकास टॉमलिंसन ने X पर इस हमले के बारे में लिखा, "17 अक्टूबर के बाद से अमेरिकी सेना ने 100वीं बार हमला किया गया है, जो कथित तौर पर सीरिया में नया हमला है."


बता दें कि इराकी रेजिस्टेंस ने गाजा पट्टी पर जारी इजरायली हमलों के जवाब में रॉकेट, ड्रोन और कम दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करके सीरिया और इराक में अमेरिकी सेना के ठिकानों को दर्जनों बार निशाना बनाया है.