Iran attack on Israel: ईरान ने इजरायल पर 181 से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है. इस हमले बाद ईरान के  इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बड़ा बयान दिया है. आईआरजीसी ने कहा कि उसने गाजा के लोगों, साथ ही हमास और हिजबुल्लाह नेताओं की हत्या के जवाब में इजरायल पर दर्जनों मिसाइलें दागी हैं. आईआरजीसी का कहना है कि अगर इजरायल ने जवाब दिया तो उसे “कुचलने वाले” हमलों का सामना करना पड़ेगा. 


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अमेरिका ने इजरायल को मदद की पेशकश की
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल को मदद की पेशकश की है और बाइडेन ने अमेरिकी सेना को ईरानी मिसाइलों को मार गिराने का आदेश दिया. हालांकि, अमेरिकी सैनिकों पर हमला नहीं हुआ. राष्ट्रपति बाइडेन ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि इजराइल ईरानी मिसाइल हमलों से इजराइल की रक्षा करने और क्षेत्र में अमेरिकी सेना की रक्षा करने में मदद करने के लिए तैयार है.


जॉर्डन ने एयर स्पेस को किया बंद
ईरान के हमलों के बीच इजरायली नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है. इजरायली सेना ने कहा कि सभी नागरिकों को बम शेल्टर होम में भेज दिया गया है. इस बीच, जॉर्डन ने हवाई यातायात को निलंबित कर दिया है और इजरायल ने उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है.


क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि इसी साल जुलाई में ईरान की राजधानी तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या कर दी गई थी. हनिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे. उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी. इसके बाद रात में एक संदिग्ध हमले में हानिया की मौत हो गई थी. वहीं, हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या की गई थी, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरोशन भी उनके साथ थे.