Yemen Houthis Attack: बीते रोज यूएस और यूके ने मिलकर हूति विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला किया है. जिसके बाद अब हूति संगठन का बयान आया है. समूह के नेता अब्देल-मलिक अल-हौथी ने एक टेलीविजन भाषण में कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से यमन के हूति पर कोई भी हमला बिना प्रतिक्रिया के नहीं होगा. बता दें जब से इजराइल और गाजा के बीच जंग शुरू हुई है तब से हूति विद्रोही लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाते आ रहे हैं.


संगठन ने क्या कहा?


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हूति नेता ने बुधवार को एक हमले का जिक्र करते हुए कहा, "कोई भी अमेरिकी हमला प्रतिक्रिया के बिना नहीं रहेगा. प्रतिक्रिया उस हमले से भी अधिक होगी जो 20 ड्रोन और कई मिसाइलों के साथ किया गया था." बता दें हाल ही में 20 ड्रोन के जरिए हूति संगठन ने यूएस और यूके की शिप को निशाना बनाया था. अल-हूति ने कहा, "हम इजरायल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाने के लिए ज्यादा मश्हूर हैं और हम इससे पीछे नहीं हटेंगे."


इतिहास की सबसे बड़ी बेवकूफी


हूति संगठन ने कहा कि अमेरिका और इंग्लैंड के जरिए किया गया हमला काफी बेवकफूी भरा कदम था. अमेरिका और इंग्लैंड जल्द ही समझ जाएंगे कि यमन पर हमला इनके इतिहास की सबसे बड़ी बेवकूफी थी. अलग-अलग शिपिंग लाइनों ने अफ्रीका के चारों ओर लंबे सफर के बजाय ऑपरेशन को ही सस्पेंड कर दिया है. साइप्रस और विदेशों में लगभग 200 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख शिपिंग उद्योग समूह साइप्रस शिपिंग चैंबर (सीएससी) ने कहा कि हमलों का अर्थव्यवस्थाओं पर अच्छा खासा असर हुआ है. इन हमलों से दुनिया भर में कीमतों पर असर पड़ सकता है.


गुरुवार को रॉयटर्स के साथ एक साक्षात्कार में, यमन के हूति संगठन के अहम वार्ताकार ने कहा कि लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर समूह के हमलों से सऊदी अरब के साथ उसकी शांति वार्ता को कोई खतरा नहीं है, उन्होंने मिडिल ईस्ट को और अधिक क्षेत्रीय संघर्ष में खींचने के लिए गाजा पर इजरायल के युद्ध को जिम्मेदार ठहराया.