अब तक सस्पेंड हो गए 141 MP, क्या विपक्ष मुक्त संसद चाहता है सत्तापक्ष?
संसद की सुरक्षा चूक मामले में अब तक 141 संसदों को निलंबित किया जा चुका है. इस पर तमाम विपक्षी सांसदों ने अपनी बात रखी है और इसकी निंदा की है.
लोकसभा में आज फिर 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. ये सांसद पूरे शीतकालीन सत्र में हिस्सा नहीं ले सकते हैं. इन सांसदों को मिलाकर अब अब निलंबित सांसदों की तादाद 141 हो गई है. इससे पहले लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सांसद निलंबित किए गए थे. निलंबित किए गए सांसदों में दानिश आली, शशि थरूर और डिंपल यादव भी शामिल हैं.
सांसदों को निलंबित किए जाने पर विपक्षी पार्टी के नेता विरोध कर रहे थे. उन्होंने कहा कि "सांसद को गाली देने वाला सदन में बैठेगा और सवाल पूछने वाला निलंबित किया जाएगा. यह कैसा लोकतंत्र है. तानाशाही नहीं चलेगी." आपको बता दें कि इन सांसदों को प्रदर्शन नहीं करने पर चेतावनी दी थी. उनसे कहा गया था कि तख्ती लेकर प्रदर्शन न करें.
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी के के मुताबिक "यह पहले ही तय हुआ है कि नए सदन में कोई भी तख्ती लेकर नहीं आएगा. फिर भी ऐसा किया गया." निलंबित हुए सांसदों में सपा मुखिया अखिलेश यादव की बीवी डिंपल यादव हैं. उन्होंने कहा कि "हम अपनी बात रखना चाहते हैं तो यह एक्शन ले लिया गया." उन्होंने कहा कि "हम यही चाहते हैं कि संसद की सुरक्षा में जो चूक हुई है उस पर बात हो और सरकार जवाब दे."
जम्मू व कश्मीर के नेता फारूक अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर हमला बोला है. उन्होंने कि पुलिस उनके अंडर में है तो फिर वहां आकर बात क्यों नहीं कर सकते थे. वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर का कहना है कि "इतने सांसदों को निलंबित करने से एक बात साफ हो गई कि वह विपक्ष मुक्त लोकसभा चाहते हैं. वे राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही करेंगे."
सपा मुखिया अखिलेश यदव ने सत्तापक्ष पर निशाना साधते हुए कहा है कि "मुंह से संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहेंगे ये लोग, जिस तरह से उन्होंने विपक्ष के साथ बर्ताव किया है. अगर अगली बार ये लोग आ जाएं तो संविधान खत्म हो जाएगा."