NEET-UG Row: महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने शनिवार देर रात मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में लातूर जिले से दो शिक्षकों को हिरासत में लिया है. लातूर के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखान पठान नाम के दो शिक्षकों को एटीएस की नांदेड़ इकाई की एक टीम ने गिरफ्तार किया. फिलहाल, एटीएस के अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं.


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NTA प्रमुख को हटाया
इससे पहले शनिवार को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के महानिदेशक सुबोध सिंह को हटा दिया और मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में अनियमितताओं की जांच CBI को सौंप दी. शिक्षा मंत्रालय ने एजेंसी के कामकाज की समीक्षा करने और परीक्षा सुधारों की सिफारिश करने के लिए पूर्व इसरो प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय पैनल का गठन भी किया.


शिक्षा मंत्री का बयान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने परीक्षाओं में अनियमितता के मामले पर कहा, "हम पारदर्शी, छेड़छाड़ मुक्त और शून्य त्रुटि परीक्षा के पक्ष में हैं. परीक्षा सुधारों पर एक पैनल का गठन किया गया है, अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है और मामले को CBI को सौंप दिया गया है." प्रवेश परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर देश के विभिन्न हिस्सों में मुकदमेबाजी और विरोध प्रदर्शनों के बीच कई फैसलों के बाद उन्होंने कहा, "छात्रों के हितों की हर कीमत पर रक्षा की जाएगी." NEET-UG परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने और 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने के आरोपों को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया है. बाद में ग्रेस मार्क्स को खत्म कर दिया गया और प्रभावित छात्रों को दोबारा परीक्षा देने की पेशकश की गई.


क्या है पूरा मामला?
इस साल NEET-UG की परीक्षा 15 जून को हुई थी. इसका रिजल्ट 14 जून को आना था लेकिन यह 4 जून को ही आ गया. इसके बाद इस पर विवाद होना शुरू हो गया. इसमें 67 छात्रों को टॉप 1 रैंक मिली. इसके अलावा 1563 छात्रों ग्रेस मार्क दिया गया. इस पर सवाल खड़े हुए. इसके बाद से ही विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इम्तेहान कराने वाली एजेंसी NTA के अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया है.