Chhattisgarh Encounter: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 8 माओवादी मारे गए हैं. एक जवान की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए. पिछले दो दिनों से छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में मुठभेड़ चल रही है. अबूझमाड़ एक पहाड़ी, जंगली इलाका है जो नारायणपुर, बीजापुर जिले और दंतेवाड़ा जिलों में आता है. भौगोलिक रूप से अलग-थलग और काफी हद तक दुर्गम यह इलाका माओवादियों की गतिविधियों का गढ़ माना जाता है.


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इन टीमों ने लिया भाग
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, आज सुबह अबूझमाड़ के जंगल में उस समय मुठभेड़ शुरू हुई जब चार जिलों- नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव- के सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. चार जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (DRG), विशेष कार्य बल (STF) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 53वीं बटालियन के कर्मियों की भागीदारी वाले इस अभियान की शुरुआत 12 जून को हुई थी.


6 माओवादियों की मौत
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों की तरफ से छह माओवादियों को मार गिराए जाने के कुछ दिनों बाद यह कार्रवाई की गई. मारे गए माओवादियों पर कुल 38 लाख रुपये का इनाम था. यह अभियान पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) कंपनी नंबर 6 पर सुरक्षा बलों की तरफ से किया गया सबसे बड़ा हमला था, जिसे माओवादियों के हमलावर बल का एक स्तंभ माना जाता है.


इन जगहों पर हुआ एनकाउंटर
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने पिछले हफ्ते मीडिया को बताया, "PLGA सैन्य कंपनी नंबर 6 और पूर्वी बस्तर डिवीजन संरचनाओं के माओवादियों की मौजूदगी के बारे में मिली जानकारी के आधार पर नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा और बस्तर जिलों की सीमा पर 6 जून की देर रात सुरक्षा कर्मियों की अलग-अलग टीमों के साथ अभियान शुरू किया गया था."


6 शव मिले
सुंदरराज ने बताया कि घटनास्थल की तलाशी के दौरान अलग-अलग स्थानों से वर्दी पहने छह नक्सलियों के शव बरामद किए गए. साथ ही दो .303 राइफल, एक .315 बोर राइफल, 10 BGL (बैरल ग्रेनेड लांचर) के गोले, एक SLR मैगजीन, एक कुकर बम, पांच बैग, भारी मात्रा में विस्फोटक, दवाएं और दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद की गईं.