Andhra Pradesh Result: आंध्र प्रदेश में 11वीं और 12वीं कक्षा के रिजल्ट आउट होने के बाद बुधवार से अब तक 9 छात्रों की आत्महत्या करने की वजह से जान चली है. इसके अलावा दो बच्चों ने अत्महत्या करने की कोशिश की है. आंध्रा प्रदेश बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एग्जामिनेशन में 10 लाख बच्चों ने इम्तेहान दिया था. 11वीं कक्षा में 61 फीसद बच्चे पास हुए तो 12वीं में 12 फीसद.


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ट्रेन के आगे कूटा छात्र


श्रीकाकुलम जिले से ताल्लुक रखने वाले 17 साल के बी तरुन ने ट्रेन के आगे कूद कर अपनी जान दे दी. वह इंटरमीडिएट के पहले साल में थे. बताया जाता है कि वह कई विषयों में फेल होने की वजह से परेशना थे. 


घर में लगाई  फांसी


एक 16 साल की बच्ची जिसका ताल्लुक विशाखापत्तनम जिले से है, ने अपने घर पर आत्महत्या कर ली. लड़की इंटरमीडिएट के पहले साल में कुछ विषयों में फेल होने की वजह से परेशान थी. एक दूसरे 18 साल के लड़के ने विशाखापत्तनम के कंचरापालम में अपने ही घर पर फांसी लगा ली. लड़का इंटरमीडिएट के दूसरे साल के एक विषय में फेल हो गया था. 


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जहर पीकर दी जान


चित्तूर जिले से ताल्लुक रखने वाले एक 17 के बच्चे ने आंध्र प्रदेश के इंटरमीडिएट इम्तेहान में फेल होने के बाद खुदकुशी कर ली. एक लड़की ने झील में कूद कर अपनी जान दे दी. इसी जिले से ताल्लुक रखने वाले बच्चे ने जहर पीकर अपनी जान दे दी.


IIT के चार बच्चों ने की आत्महत्या


अनाकपल्ली जिले में एक 17 साल के बच्चे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. बताया जाता है कि इस बच्चे के इंटरमीडिएट के पहले साल में कम नंबर आए थे. भारत के अहम कॉलेजों में आत्महत्याओं की बढ़ती घटनाओं के बीच ये खबर आई है. इसी साल चार बच्चों ने संदिग्ध हालत में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी (IIT) के कई कैपसों में आत्महत्या कर ली थी. 


चीफ जस्टिस ने जताई चिंता


भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने फरवरी में छात्रों द्वारा कथित आत्महत्याओं की घटनाओं पर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि पीड़ितों के शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति उनकी गहरी संवेदना है. उन्होंने कहा कि वह सोच रहे हैं कि हमारे संस्थान कहां गलत हो रहे हैं, कि छात्र अपनी जान लेने को मजबूर हैं.


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