Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में कई जगहों पर हुई मूसलाधार बारिश की वजह से पिछले 24 घंटों में नौ लोगों की मौत हुई है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही अतिवृष्टि की स्थिति की जानकारी ली और जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया. वर्षा जनित विभिन्न घटनाओं में एक व्यक्ति लापता है और करीब आधा दर्जन लोग घायल भी हुए हैं.


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झोपड़ी पर भूस्खलन


केदारनाथ यात्रा मार्ग के आधार शिविर गौरीकुंड में लगातार बारिश के बीच बुधवार तड़के एक झोंपड़ी भूस्खलन के मलबे की चपेट में आ गई जिससे उसमें सो रहे एक नेपाली परिवार के दो बच्चों की मौत हो गयी जबकि एक अन्य घायल हो गया. 


बच्चों पर गिरा मलबा


रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गौरीकुंड गांव में हेलीपैड के समीप स्थित झोंपड़ी के ऊपर गिरे मलबे से बच्चों की मां जानकी सुरक्षित बाहर निकल आई. हादसे के वक्त बच्चों का पिता सत्यराज नेपाल गया हुआ था. हादसे में घायल बालिका की पहचान आठ वर्षीय स्वीटी के रूप में हुई है जबकि उसकी छोटी बहन पांच वर्षीय पिंकी तथा एक अन्य छोटे बच्चे की मृत्यु हुई है. गौरीकुंड में पांच दिन के भीतर भूस्खलन की यह दूसरी घटना है.


कार 500 मीटर गहरे खड्ड में गिरी


राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पौड़ी जिले के सतपुली क्षेत्र में एक कार के 500 मीटर गहरे खड्ड में गिर जाने से उसमें सवार सभी चार लोगों की मौत हो गयी. मंगलवार देर रात बारिश के दौरान गुमखाल में हुए हादसे के वक्त सभी गुमखाल बाजार से जयहरीखाल क्षेत्र में स्थित अपने गांव देवदाली लौट रहे थे. मृतकों में पिता—पुत्र भी शामिल हैं.


कार दुर्घटनाग्रस्त


एक अन्य घटना में पौड़ी जिले के कल्जीखाल क्षेत्र में मुंडनेश्वर के निकट दोपहर करीब दो बजे एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी जिसमें सवार एक महिला की मृत्यु हो गयी जबकि चार अन्य घायल हो गये. पौड़ी जिले के कोटद्वार क्षेत्र के चूना महेड़ा गांव में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया जिसके मलबे में एक व्यक्ति के दबे होने की सूचना है. उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश—यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाबरकोट के पास सुबह करीब आठ बजे एक बस पर पत्थर गिर गए जिससे उसमें सवार एक महिला की मृत्यु हो गयी तथा एक अन्य घायल हो गया.