केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार अपने 9 वर्ष मुकम्मल होने की खुशी मना रही है और अपनी कामयाबियों का खूब डंका बजा रही है. साल 2014 से लेकर अब तक सत्ता में रहने वाली भारतीय जनता पार्टी ने कई ऐसा वादे किए हैं जो पहले कभी नहीं हुए. जिनमें से बहुत से वादों को पूरा भी किया गया है लेकिन आज इस खबर में हम आपको नरेंद्र मोदी सरकार के उन 5 वादों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पूरे नहीं हुए. आइए जानते हैं ऐसे क्या वादे थे जो अभी पूरे नहीं हुए.


हर भारतीय को पक्का घर:


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जब साल 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की थी तो देशवासियों से वादा किया गया था कि साल 2022 तक हर भारतीय के सिर पर पक्की छत होगी. लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ हालांकि काफी तादाद में घर बने हैं लेकिन सरकार ने जो वादा किया था वो पूरा नहीं हुआ. आज भी लाखों की तादाद में लोग पक्के घर बनने का इंतेजार कर रहे हैं. 


बुलेट ट्रेन:


मोदी सरकार के एक और बड़े वादे की बात करें तो वो बुलेट ट्रेन. साल 2015 में गुजरात के अहमदाबाद से मुंबई तक के लिए बुलेट ट्रेन चलाने का ऐलान किया गया था. इसके लिए भारत ने जापान से समझौता भी किया था और सितंबर 2017 में इस परियोजना का शिलान्यास भी किया गया था. बुलेट ट्रेन को लेकर कहा गया था कि साल 2022 तक यह हाई स्पीड रेल शुरू हो जाएगी. लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ. 2022 में इसको बढ़ाकर 2023 कर दिया गया और अब रेल मंत्री ने इसे 2026 के लिए बढ़ा दिया है. 



हर घर को 24 घंटे बिजली:


केंद्र मोदी सरकार ने देशाविसयों से सातों दिन 24 घंटे बिजली देने का वादा भी किया था. सितंबर 2015 में पीएम मोदी ने वादा किया था कि 2022 तक भारत के हर घर को 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी. मोदी जी के ज़रिए किए गए ऐलान की समय सीमा पूरी हो चुकी है लेकिन अभी तक वादा पूरा नहीं हुआ है. पीएम मोदी ने बिजली का वादा करते हुए कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि 2022 में आजादी के 75वें साल में पूरे देश को 24 घंटे बिजली मिलेगी. उन्होंने कहा कि बदकिस्मती है कि देश को आजाद हुआ 68 वर्ष हो गए और अभी भी 18 हजार गांवों में बिजली नहीं पहुंच पाई है.


5 खबर डॉलर की अर्थव्यवस्था:


सितंबर 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से वादा किया गया था अगले 4 वर्षों तक यानी 2022 तक भारत 5 खरब डॉलर की अर्थव्यस्था हो जाएगी. पीएम मोदी के इस वादे को लेकर भाजपा के अन्य नेताओं ने भी जगह-जगह परोसा. लेकिन साल 2023 होने के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था वादे से बहुत पीछे है. भाजपा नेताओं टीवी डिबेट और रेलियों में जमकर इस वादे को भुनाया. हालांकि कई बार भाजपा नेता 5 खरब में कितने 0 (जीरो) होते हैं इस पर भी घिरते दिखाई दिए. 


किसानों की आय दोगुनी:


पीएम मोदी ने साल 2017 में कहा था कि वो देश कि किसानों की आय दोगुनी करने का काम करेंगे. साल 2021 तक संसद में पेश होने वाले बजट में केंद्र सरकार ने यह वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी. लेकिन इस साल पेश किए गए बजट में किसानों का बजट पिछले वर्षों के मुकाबले कम कर दिया गया है. समय सीमी गुजर चुकी है लेकिन किसान अभी भी परेशान है. 


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