श्रीनगरः एक ऑनलाइन मुकाबले में यहां के 10 वर्षीय छात्र अलीम ने सिर्फ नौ 9  मिनट 26 सेकेंड में विश्व के 195 देशों के राष्ट्रध्वज, राजधानियों के नाम और उन देशों के मुद्रा का पहचान कर विश्व रिकाॅर्ड बनाया है. होनहार अलीम जम्मू -कश्मीर का पहला छात्र है, जिसने यह मुकाम हासिल किया है. अलीम तैराकी में स्वर्ण पदक विजेता हैं और अपनी क्लास टीम का फुटबॉल कप्तान भी हैं. इसके अलावा उन्हें शतरंज, कैरम, स्कीइंग और रोबोटिक्स में भी दिलचस्पी रखते हैं.

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मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर रहता है अलीम 
अलीम ने जी मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसके पास कई मुल्कों की करंसीज और सिक्के रखे हैं. उन्हें सिक्के और करंसीज जमा करने का शौक है. बचपन में उनके मामा हिलाल शोरा उन्हें मुखतलिफ मुल्कों की मुद्राएं और सिक्के देकर उनका इसके पति लगाव और शौक पैदा कर दिया था. अलीम का कहना है कि उसने कभी भी मोबाइल फोन या सोशल मीडिया का उपयोग नहीं किया है. दस वर्षीय छात्र अलीम फिलहाल एक किताब लिख रहे हैं जो इस साल के आखिर तक प्रकाशित हो जाएगी. 


और विश्व रिकॉर्ड बनाने की तमन्ना 
अलीम ने कहा कि ऑनलाइन मुकाबले की वजह से उन्हें फ्लैग्स देर से और साफ-साफ दिखाई नहीं दे रहे थे जिस वजह से उन्हें थोड़ी देर लग गई. उन्होंने कहा कि वह इस मुकाबले को कुछ 6 मिनट के अंदर भी पूरा कर सकते हैं. अलीम ने कहा कि वह विश्व रिकॉर्ड बनाकर बेहद खुश हैं और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वह और रिकॉर्ड बनाएंगे.


बच्चों की प्रतिभा को पहचानें अभिभावक 
अलीम के पिता एजाज अहमद बोटू जल शक्ति विभाग में एईई हैं और मां इकरा मंजूर, बिजली विकास विभाग में सहायक अभियंता (एई) हैं. उन्होंने अपने बेटे की कामयाबी पर कहा कि हम इस बात पर काफी फख्र महसूस कर रहे हैं कि हमारे बच्चे ने एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है. इकरा मंजूर और एजाज अहमद ने कहा कि अपने बच्चों को वक्त देना चाहिए. हर बच्चा खास होता है लेकिन जरूरत है कि उसकी विशेषता, सपनों और प्रतिभा को पहचान कर उसे आगे बढ़ने में अभिभावक उनका साथ दें.   


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