नई दिल्लीः दिल्ली की केजरीवाल सरकार में सौरभ भारद्वाज और आतिशी के रूप में 2 नए मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं. अरविंद केजरीवाल ने आतिशी को एजुकेशन, पीडब्ल्यूडी, पावर और टूरिज्म विभाग दिया है, जबकि सौरभ भारद्वाज को हेल्थ, यूडी, वाटर और इंडस्ट्रीज विभाग दिया गया है. उप राज्यपाल वी. के.सक्सेना ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में मंत्री पद की शपथ दिलाई.
दिल्ली सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम करने का दावा कर प्रदेश और देश में अपनी अलग पहचान बनाने का दावा करती रही है. इन दोनो क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के बाद अब सौरभ भारद्वाज और आतिशी को इस विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 

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दोनों मंत्रियों के जेल जाने से खाली हुआ था पद 
गौरतलब है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में दो मंत्री पद खाली हुए थे. सिसोदिया और जैन दोनों इस वक्त भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामलों में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. सिसोदिया को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने 26 फरवरी को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 तैयार करने में कथित भ्रष्टाचार के इल्जाम में गिरफ्तार किया था. वह 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे जबकि जैन भी इस वक्त न्यायिक हिरासत में हैं. ईडी ने कथित धनशोधन के मामले में उन्हें पिछले साल मई में गिरफ्तार किया था.

दोनों आप के पुराने वफादार हैं 
सौरभ भारद्वाज साल 2013 से ही ‘आप’ के विधायक हैं, और इस वक्त वह दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं. वह साल 2013 में केजरीवाल के नेतृत्व में बनने वाली पहली ‘आप’ सरकार में कुछ वक्त के लिए मंत्री थे. आतिशी साल 2020 से ‘आप’ की विधायक हैं. हालांकि, वह ‘आप’ से शुरू से ही जुड़ी रही हैं. वह शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार की भूमिका निभा चुकी हैं. 

भरत की तरह हम अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे 
सौरभ भारद्वाज ने मंत्री बनने के बाद कहा, "जिस तरह से प्रभु श्री राम जब वनवास चले गए थे तो उनके कार्यभार को भरत ने देखा था ठीक उसी तरह हम सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के बाहर आने का इंतजार करेंगे, और जब तक वह जेल में है, तब तक उनके कार्यभार को हम पूरी जिम्मेदारी से निभाएंगे.’’ 

कायम रखेंगे जनता का भरोसा 
वहीं अतीशी ने कहा, "हमें जो जिम्मेदारी मिली है वह ऐसे मौके पर मिली है जब पार्टी और सरकार संकट में है. हमारी कोशिश होगी कि जो जिम्मेदारी हमें मिली है उसको पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाई जाए ताकि दिल्ली की जनता ने जो केजरीवाल सरकार पर भरोसा जताया है वह भरोसा कायम रहे.’’


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