AAP के `कैंपेन सॉन्ग` पर इलेक्शन कमीशन ने लगाई रोक; आतिशी ने कहा-देश का लोकतंत्र खतरे में
Atishi Marlena on BJP: आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर पाबंदी लगाने के बाद पार्टी लीडर आतिशी ने इलेक्शन कमीशन पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, तानाशाही सरकारों में अपोजिशन पार्टियों को कैंपेन करने से रोका जाता है.
AAP New Campaign Song Ban: आम आदमी पार्टी (AAP) की लीडर और दिल्ली सरकार में वजीर आतिशी ने इलेक्शन कमीशन को घेरा है. रविवार को जानकारी देते हुए दिल्ली की वजीर आतिशी ने कहा कि, यह पहली बार हुआ होगा कि किसी सियासी पार्टी के 'कैंपेन सॉन्ग' पर इलेक्शन कमीशन ने रोक लगाई है. उन्होंने कहा कि, हमारे कैंपेन सॉन्ग में कहीं पर भी आचार संहिता की खिलाफवर्जी नहीं है. उन्होंने कहा कि, तानाशाही सरकारों में अपोजिशन पार्टियों को कैंपेन करने से रोका जाता है. आज यही हुआ है. चुनाव आयोग ने अपने खत के जरिए से आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर रोक लगा दी.
विपक्ष के खिलाफ ED-CBI का इस्तेमाल: AAP
उन्होंने कहा कि, इलेक्शन कमीशन को बीजेपी द्वारा रोज आचार संहिता की खिलाफवर्जी नहीं दिखती, लेकिन आम आदमी पार्टी के लीडर सांस तक लेते हैं तो नोटिस आ जाते हैं. आम आदमी पार्टी ने कहा कि, बीजेपी द्वारा चुनावी आचार संहिता की रोज धज्जियां उड़ाई जा रही है. लेकिन, इलेक्शन कमीशन की तरफ से उस पर कुछ भी एक्शन नहीं लिया गया. जांच एसेंजियां ED-CBI का इस्तेमाल करके अपोजिशन के लीडरों को जेल में डाला जाता है तो उस पर चुनाव आयोग को कोई ऐतराज नहीं होता है. लेकिन, जब आम आदमी पार्टी इस तथ्य को गाने में लिख देती है तो उससे परेशानी होती है.
देश का लोकतंत्र खतरे में: आतिशी
आतिशी ने इलेक्शन कमीशन पर हमलावर होते हुए कहा कि, आप सीबीआई, ईडी के हेड को नहीं बदलेंगे. इनकम टैक्स के हेड को नहीं बदलेंगे. अपोजिशन पर हो रहे हमलों को इलेक्शन के दौरान नहीं रोकेंगे. लेकिन, अगर कोई प्रचार में कह दे कि झूठी गिरफ्तारियां हो रही है तो इलेक्शन कमीशन को इससे कोई ऐतराज नहीं है. आज एक बार फिर तानाशाही का सबूत देश के सामने रखा गया है. लोकसभा इलेक्श के ऐलान के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया. आम आदमी पार्टी का कहना है कि, जिस तरह से कांग्रेस के बैंक खाते सीज किए गए और जिस तरीके से अब आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर रोक लगाई गई है, उससे यह साफ नजर आ रहा है कि, आज देश का लोकतंत्र खतरे में है. उन्होंने कगा कि, हम इलेक्शन कमीशन को यह याद दिलाना चाहेंगे कि, आप लोग टीएन शेषन जैसे अधिकारियों के उत्तराधिकारी हैं. उन्हें निष्पक्ष इलेक्शन कराने के लिए आज इतने साल बाद भी याद किया जाता है.