Afghanistan news: अफगानिस्तान में लड़कियों की बंद स्कूल को खोलने का आह्वान किया है. ये आह्वान के आफगानिस्तान के परवान प्रांत में कुछ धार्मिक नेताओं ने तालिबान शासन से छठी कक्षा से ऊपर की लड़कियों के लिए स्कूल फिर से खोलने का गुजारिश की. ये अपील धार्मिक नेताओं एक धार्मिक स्कूल के उद्घाटन समारोह में की. और कहा कि धार्मिक और दुनियावी शिक्षा दोनों पर जोर दिया जाए.


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रिपोर्ट के मुताबिक  धार्मिक मौलवी नसरुल्लाह उरफ़ान ( Moulvi Nasrullah Urfan ) ने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि  "हम इस्लामिक सरकार से लड़कियों को शरिया कानून ( Sharia Law ) के तहत बुनियादी शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति देने के लिए कहते हैं".और एक दूसरे नेता मौलवी एहसान ने अफसोस जताते हुए कहा कि "एक नागरिक के रूप में, मैं इस्लामिक अमीरात से पूरे अफगानिस्तान में स्कूल खोलने के लिए कहता हूं".


 महिलाओं के शिक्षा में कोई विकास नहीं 
अफगानिस्तान में लड़कियों ने तालिबान सरकार से लगातार स्कूल खोलने की मांग कर रही है. लड़कियों ने भी तुरंत स्कूल और विश्वविद्यालय खोलने का आह्वान किया है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि आफगानिस्तान में आर्थिक और मानवीय संकट से प्रभावित है. और देश में महिलाओं के शिक्षा के अधिकार की स्थिति पर कोई विकास नहीं हुआ है.


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 पिछली सरकार में थे इतने स्कूल
आपको बता दें कि पिछली सरकार में सिर्फ परवान प्रांत में 63 धार्मिक स्कूल थे. लेकिन अगस्त 2021 में अमेरिका के देश से बाहर निकलने के बाद तालिबान ने सत्ता हासिल की तो सबसे पहले महिलाओं को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में और जिम में या सार्वजनिक स्थानों पर काम करने से मना कर दिया.


तालिबान ने इन पर लगाया है प्रतिबंध
तालिबान ने महिलाओं को कई कामों को करने से मना कर दिया है. जिसमें हाईस्कूल और कॅालेज पर प्रतिबंध और किसी भी आंदोलन में जाने पर रोक है. अब देखने वाली बात यह है कि धार्मिक नेताओं के मांग को तालिबान कि कहां तक खड़ा होता है.