Vinesh Phogat leaves Awards on Kartavya Path: ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat ) ने भरतीय कुश्ती महासंघ (WFI) प्रकरण में सरकार की भूमिका के विरोध में अपना खेलरत्‍न और अर्जुन अवार्ड लौटा दिया है. उन्होंने 30 दिसंबर को अपने पुरस्कार दिल्ली के कर्तव्य पथ पर छोड़ दिए. 


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विनेश फोगाट अपने अवार्ड लौटाने के लिए पीएमओ जा रही थीं, लेकिन पुलिस उन्हें रास्ते में हो रोक दिया. इसके बाद फोगाट ने अपने अवार्ड कर्तव्य पथ पर छोड़ दी और वहां से लौट गईं. बता दें कि विनेश ने तीन दिन पहले इसकी घोषणा की थी. उन्होंने तीन पहले ही कहा था कि WFI के पूर्व चीफ बृजभूषण शरण सिंह ( Brij Bhushan Sharan Singh ) के करीबी संजय सिंह ( Sanjay Singh WFI ) के अध्यक्ष चुने जाने के बाद अपने पुरस्कार लौटा देंगी. वहीं, इससे पहले कई पहलवानों ने खेल मंत्रालय ( Sports Ministry ) से संजय सिंह को इलेक्शन में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं देने के लिए कहा था.


विनेश ने पीएम को संबोधित एक लेटर में कहा, "मैं अपना ध्यानचंद खेलरत्‍न अवार्ड और अर्जुन अवार्ड लौटा रही हूं. चीजों को इस स्तर तक पहुंचाने के लिए शक्तिशाली लोगों को धन्यवाद."


बजरंग पुनिया ने भी लौटाया था अवार्ड
इससे पहले भी ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया ( Bajrang Punia ) ने भी अपना पद्मश्री अवार्ड (Padma Shri Award ) लौटा दिया था. उन्होंने भी अपना अवार्ड फुटपाथ पर रखकर विरोध किया था और वहां से लौट गए थे. जबकि इससे पहले साक्षी मलिक ( Sakshi Malik ) प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद विरोध में संन्यास ले लिया था.  


क्या है मामला 
गौरतलब है कि कई महिला पहलवानों ने पूर्व WFI चीफ बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया था. इसके बाद साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया समेत देश के कई नामचीन पहलवानों ने बृज भूषण के खिलाफ महीनों तक दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया था