CAA लागू होने के बाद क्यों हो रहा है सीमा हैदर का जिक्र? इस नेता ने उड़ाया मज़ाक
CAA के लागू होने के बाद सीमा हैदर एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं. सवाल हो रहा है कि क्या उन्हें नागरिकता मिल पाएगी या नहीं. प्रियंका चतुर्वेदी एक ट्वीट करते हुए सीमा पर कमेंट भी किया है.
CAA: सीएए लागू होने बाद सीमा हैदर काफी सुर्खियों में आ गई हैं. उनको लेकर काफी चर्चा हो रही है. शिव सेना लीडर प्रियंका चतुर्वेदी ने भी सीमा हैदर को चुटकी ली है. चतुवेर्दी को आश्चर्य हुआ है कि सीमा हैदर वास्तव में किस बात का जश्न मना रही थीं, जबकि वह पाकिस्तान से प्रताड़ित अल्पसंख्यक नहीं हैं. सीमा हैदर गैर कानूनी तौर पर अपने बच्चों के साथ भारत में दाखिल हुई थीं. फिलहाल वह ग्रेटर नोएडा में रह रही हैं.
क्या है पूरा मामला?
सीमा हैदर का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए लिया गया फैसला उन्हें भारत की नागरिकता मदद दिलाने में मदद करेगी. हैदर ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा,"भारत सरकार ने आज हमारे देश में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम लागू कर दिया है. हम इससे बहुत खुश हैं और इसके लिए सरकार को बधाई देते हैं. वास्तव में, मोदी जी ने जो वादा किया था वह किया है. मैं जीवन भर उनकी कर्जदाक रहूंगी."
सीमा बोलीं मेरी रुकावटें हो जाएंगी दूर
उन्होंने आगे कहा,"इस खुशी के मौके पर, मैं अपने भाई वकील एपी सिंह को उनके काम के लिए बधाई देता हूं क्योंकि अब इस कानून से मेरी नागरिकता संबंधी रुकावटें भी दूर हो जाएंगी." हालांकि यह साफ है कि हैदर सीएए को सीधा फायदा नहीं होने वाला है. हैदर का कहना है कि उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया है और वह ग्रेटर नोएडा में सचिन मीणा के साथ रह रही हैं.
प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या कहा?
प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया पर लिखा,"ठीक है. तो आख़िर वह किस बात का जश्न मना रही है? चूंकि न तो वह दिसंबर 2014 से पहले भारत आई हैं और न ही वह पाकिस्तान से प्रताड़ित अल्पसंख्यक हैं. साथ ही अमेरिकी नागरिक बहन मैरी मिलिबेन भी अमेरिका में जश्न मना रही हैं...गज़ब!"
मिलबेन ने ट्वीट किया था, "एक ईसाई, आस्थावान महिला और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए वैश्विक वकील के रूप में, मैं मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आज नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के कार्यान्वयन की घोषणा की सराहना करती हूं, जो अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से सताए गए गैर-मुस्लिम प्रवासियों, जैन, बौद्ध पारसी, ईसाइयों, हिंदुओं, सिखों को भारतीय सिटिजनशिप देना का काम करती है.