प्रयागराज: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को यहां स्थित अपने बाघंबरी गद्दी मठ में मृत मिले. नगर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि महंत की मृत्यु फांसी लगने से हुई है. पुलिस महानिरीक्षक (प्रयागराज रेंज) केपी सिंह ने मठ बाघंबरी गद्दी में संवाददाताओं को बताया कि शाम को पुलिस के पास फोन आया कि महाराज जी (महंत नरेंद्र गिरि) पंखे पर फांसी के फंदे पर लटक गए हैं.


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महंत के शिष्यों के मुताबिक, घटना के समय दरवाजा भीतर से बंद था और उन्होंने दरवाजा तोड़कर उन्हें फंदे से उतारकर जमीन पर लिटाया. पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो महंत की मृत्यु हो चुकी थी. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला नजर आता है और घटनास्थल से सात-आठ पेज का सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें महंत ने अपने आश्रम के बारे में क्या करना है.. एक तरह से वसीयतनामा लिखा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत के निधन पर गहरा दुख जताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘‘अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरि जी का देहावसान अत्यंत दुखद है.


सुसाइड नोट में इस कठोर कदम के पीछे कई कारण लिखे हैं
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि सुसाइड नोट में महंत ने लिखा है कि वह अपने एक शिष्य से दुखी थे. सिंह ने कहा, ‘‘अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का निधन बहुत दुखद है .हम आगे की विवेचना कर रहे हैं. महंत जी दिन में जिस गेस्ट हाउस में रहते थे, उनका शव वहां मिला.’’उन्होंने बताया कि महंत ने अपने सुसाइड नोट में इस कठोर कदम के पीछे कई कारण लिखे हैं और कई मार्मिक बातें लिखी हैं. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के प्रयागराज कुम्भ मेले के भव्य आयोजन में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की अहम भूमिका रही थी. मेले के दौरान उन्होंने समय-समय पर शासन का मार्गदर्शन किया था.

महंत ने अपने पत्र में समाधि बनाए जाने का भी जिक्र किया है
सिंह ने कहा कि फॉरेंसिक टीम सुसाइड नोट की जांच कर रही है और महंत के शव का मंगलवार को पोस्टमॉर्टम किया जाएगा. घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम अपना काम कर रही है. अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के आने के बाद महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम संस्कार पर निर्णय किया जाएगा. सिंह ने कहा कि महंत ने अपने पत्र में समाधि बनाए जाने का भी जिक्र किया है, जिसपर अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी निर्णय करेंगे. उन्होंने कहा कि महंत के निधन की सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय को भी दे दी गई है और कल प्रोटोकॉल आने के बाद ही पता चलेगा कि कौन-कौन लोग यहां आ रहे हैं.


संत समाज में भी शोक की लहर
नरेंद्र गिरी के निधन की खबर आते ही संत समाज के साथ ही राजनीतिक दलों में भी शोक की लहर दौड़ गई है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने शोक जताते हुए लिखा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य संत महंत नरेंद्र गिरी जी महाराज के देवलोकगमन की दु:खद सूचना मिली. सनातन धर्म के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूज्य स्वामीजी द्वारा समाज के कल्याण में दिए योगदान को सदैव याद किया जाएगा. ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर शोक जताया और लिखा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य नरेंद्र गिरी जी का निधन, अपूरणीय क्षति! ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके अनुयायियों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. भावभीनी श्रद्धांजलि!



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