Sambhal violence: उत्तर प्रदेश के संभल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद सियासी बयानबाजी और पोस्टरवार भी शुरू है. एक तरफ प्रशासन ने हिंसा में शामिल आरोपियों की तस्वीरें जारी की है. वहीं, दूसरी तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर पूछा कि जिन्होंने बवाल शुरू किया और जो पहले पहल फसाद की वजह बने, उनकी तस्वीरें कब लगेंगी?


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सपा सांसद अखिलेश यादव ने गुरुवार को संभल हिंसा को लेकर एक तस्वीर जारी की है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु जैन के साथ कई अन्य लोग भी दिख रहे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X  पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि जिन्होंने बवाल शुरू किया और जो पहले पहल फसाद की वजह बने, उनकी तस्वीरें कब सार्वजनिक की जाएगी?




45 आरोपियों के पोस्टर जारी
दरअसल, हिंसा के तीन दिन बाद बुधवार को पुलिस की तरफ से सीसीटीवी फुटेज के बुनियाद पर 45 आरोपियों के पोस्टर जारी जारी किए गए हैं. इन पोस्टरों में ज्यादातर नौजवान दिख रहे हैं और सभी मुंह कपड़े से ढके हुए हैं. उनके हाथ में ईंट पत्थर भी नजर आ रहे हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें महिलाएं पत्थर चलाती नजर आ रही है. हालांकि, उनकी तस्वीरें जारी नहीं हुई हैं. बवाल के बाद पुलिस-प्रशासन के अफसर लगातार कार्रवाई को आगे बढ़ा रहे हैं. सांसद जियाउर्रहमान बर्क को भी 168 का नोटिस तामील कराया गया था. वीडियो, सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज से आरोपियों को चिह्नित किया गया है.


एसपी ने लोगों से की ये अपील
एसपी ने कहा कि किसी भी बेगुनाह को डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन जो लोग हिंसा में शामिल रहे हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. एसपी ने लोगों से हिंसा में शामिल लोगों की सूचना देने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी और उन्हें प्रशासन की तरफ से इनाम भी दिया जाएगा.


क्या है पूरा मामला?
ज्ञात हो कि बीते रविवार, 24 नवंबर को संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और कई पुलिसवाले घायल हो गए. पुलिस ने इस मामले में कुल 7 FIR दर्ज की है, जिसमें 4 मृतकों के परिवार वालों ने करवाई है. वहीं, पुलिस ने 27 लोगों को अरेस्ट किया है.  फिलहाल संभल में स्थिति सामान्य है. प्रशासन ने हालात को देखते हुए  इलाके में अब तक इंटरनेट सेवा बहाल नहीं की है.