अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में संविदा कर्मियों का प्रदर्शन जारी है , इस प्रदर्शन में 1000 से भी अधिक कर्मचारी अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं. दरअसल ये प्रदर्शन उन कर्मचारियों का है जो लंबे समय से संविदा पर तैनात थे. इनकी मांग है कि अब इन्हें संविदा से हटा कर परमानेंट करना चाहिए. संविदा कर्मचारी के अलावा इस प्रदर्शन में  कोविड में खत्म हुए कर्मचारियों के बच्चों भी प्रदर्शन कर रहे हैं जिनकी मांग है कि उन्हें भी नौकरी मिलनी चाहिए.
प्रदर्शन के मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात किए गए , इस मौके पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोक्टर डॉक्टर वसीम अली खान ने जानकारी देते हुए बताया है कि धरना प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं  और प्रदर्शनकारियों की कोई एक डिमांड नहीं है दस डिमांड है'.


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वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हमारी दसों डिमांड मान ली जाए नहीं तो अब हम उग्र प्रदर्शन करेंगे .
प्रदर्शनकारियों का ये भी कहना है उनकी मांगों को लेकर प्रशासन  कानों में तेल डालकर बैठा है और उनका प्रदर्शन प्रशासन को जगाने के लिए था.


प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें: 
सबसे पहले 2018 से परमानेंट कर्मचारियों की बहाली की जाए 
दूसरी मांग है, डेली वेजर की सैलरी बढ़ाई जाए,
 तीसरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट में इन कर्मचारियों की जो  रिपोर्ट की गई है उसपर जल्द से जल्द सुनवाई हो