अमरावतीः आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के काफिले पर शुक्रवार को एनटीआर जिले के नंदीगामा में नामालूम लोगों ने हमले कर काफिले पर पथराव कर दिया. इस हमले में नायडू के मुख्य सुरक्षा अफसर घायल हो गए. यह घटना उस वक्त हुई जब तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सद्र शहर में सरकार विरोधी प्रदर्शन के तहत एक रोड शो को खिताब कर रहे थे. इसी दौरान वहां किसी ने पत्थर फेंक दिया. नायडू के मुख्य सुरक्षा अफसर मधु बाबू की ठुड्डी (चेहरे) पर पत्थर लगने से वह जख्मी हो गए. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा.


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उधर, हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो अलर्ट पर चले गए और नायडू को चारों तरफ से घेर कर खड़े हो गए. हादसे के बाद इलाके तनाव के हालात पैदा हो गए हैं. नायडू की गाड़ी के आसपास अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए थे. पुलिस ने उनसे रोड शो बंद करने की अपील की थी. 


हमले के बाद नायडू ने पथराव की मजम्मत की है. उन्होंने कहा कि पुलिस की खराब हिफाजती इंतजाम की वजह से यह हमला हुआ है. हमले के लिए सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) को जिम्मेदार ठहराते हुए टीडीपी सद्र ने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से घटिया राजनीति नहीं करने को कहा है. उन्होंने कहा कि वह इस तरह के हमलों से डरने वाले नहीं हैं.
नायडू ने अपने खिताब में लोगों से कहा कि वाईएसआरसीपी के शासन में उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य को तभी राहत मिलेगी जब वाईएसआरसीपी सभी विधानसभा क्षेत्रों में हार कर सत्ता से बाहर हो जाएगी. टीडीपी नेता ने कहा कि वह मुख्यमंत्री बनने के बाद ही विधानसभा में कदम रखेंगे.

कासानी ज्ञानेश्वर को तेलंगाना में तेदेपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया
वहीं, पूर्व एमएलसी कसानी ज्ञानेश्वर को शुक्रवार को तेलंगाना में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) का सद्र बनाया गया है. तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने एक प्रेस नोट में कहा कि मौजूदा तेलंगाना इकाई के सद्र बक्कानी नरसिम्हुलु को तेदेपा के पोलित ब्यूरो का सदस्य और राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. पिछड़े वर्गों से ताल्लुक रखने वाले ज्ञानेश्वर ने रंगा रेड्डी जिला परिषद के अध्यक्ष और अविभाजित आंध्र प्रदेश में एमएलसी के तौर पर काम किया था.


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