Amarnath Yatra 2022: शुक्रवार, 8 जुलाई को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से बड़ा हादसा हो गया, जिसमें अब तक करीब 15 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, वहीं करीब 40 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं, जबकि राहत व बचाव का काम जारी है. वहीं इस हादसे के बाद फिलहाल के लिए यात्रा को रोक दिया गया है, जबिक हालात ठीक होने के बाद फिर से यात्रा की शुरुआत होगी. 


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हादसे के बाद से ही भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. इससे के अलावा, BSF के MI 17 हेलिकॉप्टर को एयर ट्रांसपोर्ट में लगाया गया है. ये चॉपर घायलों और शवों के साथ-साथ नीलगढ़ हेलीपैड / बालटाल से बीएसएफ कैंप श्रीनगर तक लोगों को लेकर जा रहा है.  इस हादसे में घायल लोगों का उपचार किया जा रहा है. वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों को उतारा गया है. पुलिस के मुताबिक इस घटना में कई टेंट और सामुदायिक रसोईघर तबाह हो गए हैं. 


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इसके अलावा बचाव अभियान में 15 घायल श्रद्धालु मिले. इनमें 7 महिला, 6 पुरुष हैं. मलबे से निकाले गए 2 घायलों का इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, इनमें कई ज़ख्मी अफराद को फ्रैक्चर हुआ है, जबकि दो लोगों के सिर में चोट आई है. 


दरअसल पिछले रोज करीब साढ़े पांच बचे बादल फटा जिसके बाद पहाड़ की ढलानों से पानी एवं गाद की मोटी धारा घाटी की ओर बहने लगी, जिसमें श्रद्धालु फंस गए. जम्मू कश्मीर मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह पवित्र गुफा के ऊपर बहुत ही सीमित बादल था. इस साल पहले ऐसी वर्षा हुई थी. लेकिन ऐसी बाढ़ नहीं आयी थी.’ अधिकारियों के मुताबिक गुफा के बाहर आधार शिविर में अचानक पानी आने से 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए ,जहां तीर्थयात्रियों को भोजन दिया जाता है.


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