Amarnath Yatra: जम्मू से 43 दिवसीय तीर्थयात्रा स्थगित, जानिए कैसे राहत कार्य में जुटी है भारतीय सेना
Amarnath Yatra 2022: रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु पाक गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं, लेकिन अब खराब मौसल के कारण इस यात्रा को स्थगित कर दिया गया है.
नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रा 2022 को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अब पाक गुफा मंदिर के पास बादल फटने के दो दिन बाद वहां खराब मौसम के कारण अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है. सरकार की तरफ से जारी ताजा आदेश के मुताबिक, किसी भी नए जत्थे को जम्मू से दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर के शिविरों में जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
बयान में कहा गया है कि खराब मौसम के कारण जम्मू से कश्मीर के शिविरों के लिए अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है. किसी भी नए जत्थे को अमरनाथ की ओर जाने की इजाजत नहीं दी गई. भारी बारिश और खराब मौसम के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है. अमरनाथ गुफा 3,880 मीटर की ऊंचाई पर है.
इसी भारतीय सेना ने अमरनाथ गुफा में रविवार को बचाव अभियान फिर से शुरू की है जहां शुक्रवार शाम बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना, पुलिस और आईटीबीपी की टीमों ने रविवार सुबह-सुबह ही बचाव अभियान शुरू किया. गांदरबल जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) अफरोज शाह ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार को बादल फटने से आई बाढ़ में 15 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए. उन्होंने कहा कि अचानक आई बाढ़ के मलबे से पांच लोगों को जीवित बचा लिया गया. ये हादसा शुक्रवार 8 जुलाई को दोपहर पवित्र गुफा के हुआ था.
गौरतलब है कि इस साल 30 जून 2022 को सालाना अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हुई थी. 43 दिन की इस यात्रा के लिए दो बेस कैंप बनाए गए थे. पहला दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में नूंनवां-पहलगाम और दूसरा मध्य कश्मीर के गांदेरबल में बालटाल है. रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु पाक गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं.
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