अमेरिका ने ईरान के महासचिव और मिलिशिया समूह पर लगाया बैन
अमेरिका ने इजराइल-हमास जंग के बीच ईरान के महासचिव और मिलिशिया समूह पर नए प्रतिबंधों का ऐलान किया है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है- `टेरर फंडिंग को रोकने के लिए बैन लगाया गया है.`
अमेरिका ने इजराइल-हमास जंग के बीच इराक के महासचिव हाशिम फिनयान रहीम अल-सरजी और मिलिशिया समूह कताइब सैय्यद अल-शुहादा को ग्लोबल आतंकवादी करार दिया है और उनके खिलाफ नए प्रतिबंधो का ऐलान किया है. अमेरिका के विदेश मंत्री का कहना है कि हथियारबंद समूह ने इराक और सीरिया में आईएसआईएस को हराने के लिए अमेरिका और वैश्विक गठबंधन दोनों के जीवन को खतरे में डाल दिया है.
अमेरिका के विदेश मंत्री ने कहा है- ईरान ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और कुद्स फोर्स के जरिए, अल-शुहाद, हिजबुल्लाह और ईरानी हथियारबंद समूहों को ट्रेनिंग और फाइनेंशियल मदद दे रहा था. जिसके बाद अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने ईरान के मिलिशया समूह कताइब हिजबुल्लाह से तल्लुक रखने वाले छह लोगों पर प्रतिबंध लगाया है. अमेरिका का मानना है कि हिजबुल्लाह और अल-नुजाबा के साथ मिलकर अल-शुदा ने अमेरिका सेना पर हमलों को अंजाम दिया था. इन्ही वजह से अमेरिका ने हथियारबंद समूह पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. इसके आलावा अमेरिका ने ईरान पर आतंकवाद फैलाने का भी इल्जाम लगाया.
इजराइल की सेना को कुछ दस्तावेज मिले है जिसके मुताबिक 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले के पीछे साथ देने वाला ईरान भी था. इजराइल-हमास जंग के दौरान इराक-सीरिया में अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर ही मिसाइल से हमले हुए है. जिसमें अमेरिका के कई जवान घायल हो गए.