ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका इजराइल पर दवाब बना रहा है, क्योंकि अमेरिका के राष्टपति जो बेइडन की रहनुमाई में प्रशासन ने इजराइल को आगाह किया है कि वो अगर आगे भी हमास के खिलाफ जमीनी मुहिम चलता है, तो दक्षिणी गाजा के फिलिस्तीनियों के विस्थापन से बचने पर भी काम करना चाहिए. 
बता दें कि नार्थ गाजा में भी जमीनी मुहिम के वक्त बड़ी तादाद में लोगों की मौत हुई थी, और काफी माली नुकसान भी हुआ था. इस वजह से अमेरिका इस बार दक्षिण गाजा में लोगों के मौत से बचना चाहा रहा है. 


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रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने इजराइल को साफ़ कहा है कि वो दक्षिण गाजा में उत्तरी गाजा जैसे हालात नहीं चाहता हैं. जिसके लिए अमेरिका ने इजराइल को जमीनी मुहिम पर के लिए दक्षिण में योजनाबंध्द तरीके से काम करने को कहा है. फिलिस्तीन में मौतो की तादाद बढ़ते देख अंतरराष्टीय दवाब की वजह से अमेरिका ने ये कदम उठाया है. यह भी बताया गया है कि इजराइल ने इसे स्वीकार कर लिया है.


फिर से शूरू करेगा ऑपरेशन 
इजराइल के पीएम ने पहले ही साफ कह दिया था कि युध्द-विराम ख़त्म होने के बाद इजराइल अपना ऑपरेशन फिर से शूरू करेगा. नेतन्याहू का कहना है कि सीजफायर महज अपने अपने बंधको को रिहा करवाने के लिए है. कल सीजफायर का आखिरी दिन था, जिसमें दोने पक्ष ने इसे दो दिन और बढ़ाने पर सहमत हुए है. 


इस पर अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन चाहते है कि जब तक संभव हो जंग पर विराम जारी रखना चाहिए. अमेरिका के विदेश मंत्री भी इस हफ्ते वापस आएंगे क्योकि अमेरिका इस विराम को आगे बढ़ाने और ज्यादा बंधको को रिहा कराने के लिए एक नया तरीका खोजने की उम्मीद में है.