Bihar Bridge Collapse: बिहार में पुल गिरने का सिलसिला जारी है. प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों में  पिछले एक महीने से लगातार पुल गिरने की घटनाएं हो रही है.  अब सहरसा के महिषी प्रखंड में  एक और पुल ने जल समाधि ले ली.  यह हादसा कुंदह पंचायत स्थित प्राणपुर नेशनल हाईवे-17 से बलिया-सिमर को जोड़ने वाले रास्ते पर हुआ है.  बताया जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश की वजह से कोसी नदी में बहाव काफी तेज  हो गया है, जिसके चलते यह पुल धाराशायी हो गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिया टूटने की सूचना के बाद मौके पर पहुंची स्थानी पुलिस ने हालात का जायजा लिया. पुलिस ने बताया कि हादसे में जान माल का नुकसान नहीं हुआ है. जानकारी के मुताबिक, इस पुल का करीब पांच साल पहले निर्माण कराया गया था. इस पुल को  मंत्री रत्नेश सादा के गृह पंचायत में ग्रामीण कार्य विभाग ने बनवाया था. बता दें कि बिहार सरकार में रत्नेश सादा JDU के कोटे से मंत्री हैं.


ग्रामीणों ने पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार के इल्जाम लगाए थे. अब जब पांच साल में ही ये पुल धाराशायी हो गया तो सवाल उठना लाजमा है. पुलिया के टूटने से आस पास के लोगों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. खासकर ग्रामीणों को आवाजाही में काफी दिक्कतें होंगी.  यह पुलिया ही उनके लिए मुख्य संपर्क का जरिया थी.


बता दें, पिछले करीब 20 दिनों में बिहार में 13 पुल ध्वस्त हो चुके हैं. सबसे पहले अररिया के बकरा नदी के ऊपर  बने 12 करोड़ की लागत से पुल  उद्दघाटन से पहले ही भरभराभर कर गिर गया. इसके बाद सीवान जिले में दो और सारण में एक पुल धाराशायी हो गया. वहीं, मधुबनी जिले के झंझारपुर में 3 करोड़ की लागत से बन रहे निर्माणाधीन पुल का बीम गिर गया. 


इस हादसे के कुछ ही दिन बाद सीवान की गंडक नदी पर बन रहे पुल के धराशायी होने का मामला प्रकाश में आया. और, फिर इसे बाद पूर्वी चंपारण में के रक्सौल में निर्माणाधीन पुल गिर गया. किशनगंज में कंकई और महानंदा नदी को जोड़ने वाली नदी पर बने रहे पुल के भी गिरने की खबर आई थी. इनके अलावा पंचायत लेवल पर भी कई पुल ध्वस्त हो चुके हैं.