Arif Mohammad Khan: आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का नया राज्यपाल बनाया गया है. इससे पहले वह केरल में सेवाएं दे रहे थे. बिहार के पूर्व राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को केरल का गवर्नर बनाया गया है. इसके अलावा ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. उनकी जगह पर हरिबाबू को राज्यपाल बनाया गया है.


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केरल सरकार से टकराव
आरिफ मोहम्मद खान का केरल के मुख्यमंत्री से विवाद चल रहा था. हाल ही में आरिफ मोमहम्मद खान ने केरल में क्रिमस प्रोग्राम किया, लेकिन उसमें केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और उनके मंत्री नहीं प्रोग्राम में सामिल नहीं हुए. बताया जाता है कि आरिफ मोहम्मद खान ने चांस्लर रहते हुए यूनिवर्सिटियों में जो नियुक्तियां कराईं, उनसे पिनरई विजयन सरकार नाराज हैं.


कौन हैं आरिफ?
ख्याल रहे कि आरिफ मोहम्मद खान की पैदाइश 18 नवम्बर 1951 को उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर में हुई. उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से बीए (ऑनर्स) (1972-73) किया. इसके बाद लखनई विश्वविद्यालय से एलएलबी किया. वह 1973-74 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र यूनियन के अध्यक्ष रहे. वह महज 26 साल की उम्र में बुलंदशर से उत्तर प्रदेश विधानसभा पहुंचे.


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राजनीतिक सफर
आरिफ मोमहम्मद खान सातवीं लोकसभा के लिए 1980 में कानपुर से लोकसभा में पहुंचे. वह 8वीं, 9वीं और 12वीं लोकसभा में बहराइच से सदन में पहुंचे. आरिफ मोहम्मद खान ने 1989-90 के दौरान ऊर्जा और नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभाला. उन्होंने 1982-83 के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर पर काम किया. उन्होंने कृषि, ऊर्जा और गृह मामले संभाले.


बेहतरीन लेखक हैं आरिफ
आरिफ मोहम्मद खान साल 1980-88 के दौरान केंद्रीय हिन्दी समिति के सदस्य थे. संसद सदस्य के तौर पर उन्होंने सार्वजनिक उपक्रमों, गृह मामलों और विदेशी मामलों की संसदीय समितियों में काम किया. आरिफ मोहम्मद खान बेहतरीन लेखक हैं. उन्होंने 'टेक्स्ट एंड कॉन्टेक्स्ट: कुरान एंड कंटेम्परेरी चैलेंजेज' किताब लिखी है. वह धार्मिक सुधारों सहित दीगर मामलों के स्तंभकार हैं.