नई दिल्ली:  AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी अग्निपथ यौजना को लेकर मुखर हैं. वह सरकार की इस स्कीम के खिलाफ खुलकर विरोध कर रहे हैं. इस सब के बीच उन्होंने मुस्लिम नौजवानों से अपील की और कहा है कि वह हिंदुस्तान का मुस्तक़बिल हैं. इसके अलावा ओवैसे ने आरएसएस पर जमकर हमला बोला और कहा कि आजादी में आरएसएस का कोई रोल नहीं था. देश को हमारे बुजुर्गों ने आजाद किया था.


क्या बोले ओवैसी?


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ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक रैली के दौरान मोहम्मद साहब पर हुई टिप्पणी पर कहा कि "हमारे नौजवान मुसलमानों को पता ही नहीं, 'अगर उन्होंने बोल दिया तो क्या हुआ'? पढ़ो... इस्लाम का तकाज़ा क्या है? एक दिन अगर सेल फोन बंद हो गया तो यकीन मानों कि कई नौजवानों को सिर और पेट में दर्द शुरू हो जाएगा. आपको कंधों पर फरिश्ते बैठे हैं जो हिसाब किताब लिख रहे हैं." 



ओवैसी ने कहा कि अल्लाह सब से ज्यादा पसंद किस को करता है? अल्लाह और फरिश्ते मोहम्मद (स.) को दुरूदओ सलाम (स्तुति गान) भेजते हैं. तो तुम इस फोन को ज्यादा लाइक करोगे या फिर मोहम्मद साहब की गुलामी कुबूल करोगे. मेरे अजीज दोस्तों और नौजवानों आप देश के मु्स्तक़बिल हैं. अगर आप बेराहरवी की जिंदगी जियेंगे तो क्या होगा?


आरएसएस पर भी हमला बोला


अपनी रैली के दौरान एक शेर के जरिए आरएसएस पर भी हमला बोला- इस मुल्क को हमारे बुजुर्गों ने आजाद किया है. अगर हम आजादी के 75 सालों को माना रहे हैं तो इस में संघ परिवार का कोई रोल नहीं था. मैं आपको लिस्ट दे सकता हूं मुसलमानों की- हैदराबाद के तुर्रेबाज खान, अल्लामा फजले खैराबादी और मौलाना महमूदुल हसन. यह सब लोग थे, बटवारें के खिलाफ मुसलमान थे.