हरियाणा में नहीं उठा पाए मौके का फायदा... EVM... कांग्रेस पर भड़के हैदराबाद वाले भाईजान
Asaduddin Owaisi on Haryana Election: हरियाणा विधानसभा इलेक्शन के नतीजे आ चुके हैं. बीजेपी राज्य में तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही है. इस बीच कांग्रेस ने ईवीएम को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है.
Asaduddin Owaisi on Haryana Election: AIMIM चीफ और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हरियाणा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने हरियाणा विधानसभा इलेक्शन में हार के बाद ईवीएम को दोषी ठहराने के लिए बुधवार को कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ईवीएम में तभी गलती ढूंढती है जब वह हार जाती है.
EVM को लेकर ओवैसी ने क्या कहा?
ओवैसी ने कहा कि ईवीएम को दोष देना बहुत आसान है. आप ईवीएम की वजह से जीतते हैं और जब आप हारते हैं, तो यह गलत है. मेरी राय है कि भाजपा को यह राज्य हार जाना चाहिए था. कई कारक थे जो उनके खिलाफ जा रहे थे. उन्होंने हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर का फायदा नहीं उठाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और भाजपा की जीत के लिए कांग्रेस के आंतरिक संघर्ष को जिम्मेदार ठहराया, जिसने भाजपा को स्थिति का फायदा उठाने का मौका दिया.
हार का जिम्मेदार है INDIA गठबंधन- ओवैसी
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को 10 साल की सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाना चाहिए था, लेकिन लगता है कि उनके अंदरूनी मतभेदों के कारण बीजेपी को फायदा हुआ. अगर आप चुनावी जंग में भाजपा को थोड़ी भी छूट देंगे, तो वे इसका फायदा उठाएंगे. 2024 के संसदीय चुनावों के बाद मैंने कहा था कि जो लोग बीजेपी की सफलता को नफरत से प्रेरित बता रहे हैं, वे गलत हैं. मैंने उस समय भी कहा था, ऐसा नहीं है। तो, भाजपा की सफलता के लिए कौन जिम्मेदार है? आप (कांग्रेस) मुख्य विपक्ष हैं और आपके पास भाजपा को हराने का सुनहरा मौका था, लेकिन आप ऐसा करने में विफल रहे.
कांग्रेस का क्या है इल्जाम
हरियाणा के नतीजों पर कांग्रेस कांग्रेस नेताओं ने हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत में ईवीएम को लेकर चिंता जताई है, उनका दावा है कि भाजपा 99 फीसद बैटरी वाली मशीनों पर जीती, जबकि कांग्रेस 60-70 फीसद बैटरी वाली मशीनों पर जीती. बुधवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव नतीजों को अप्रत्याशित बताया और आश्वासन दिया कि विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से प्राप्त शिकायतों को भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के समक्ष उठाया जाएगा.