Asaduddin Owaisin In Rajasthan: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने शनिवार को मुसलमानों से इंसाफ हासिल करने के लिए सियासत में शामिल होने की अपील की. ओवैसी एक दिन के लिए जोधपुर में थे, वह राजस्थान में अपनी पार्टी के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं, जहां साल के आखिर में चुनाव होने हैं. 


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इस दौरान खिताब करते हुए ओवैसी ने कहा, "मुसलमान सिर्फ वोट देते हैं और कई अन्य समुदायों जैसे जाट, राजपूत, गुर्जर वगैरह की तरह वोट नहीं लेते हैं. इन समुदायों ने न सिर्फ वोट दिए हैं बल्कि वोट लिए भी हैं और मुसलमानों के विपरीत अपनी कई समस्याओं को हल किया है." उन्होंने कहा कि मुसलमानों को इन समुदायों से सीखने और अपना नेतृत्व बनाने की जरूरत है.


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ओवैसी ने कहा, "लोकतंत्र सिर्फ अपना वोट डालने के बारे में नहीं है. आपको इसमें हिस्सा लेने की भी जरूरत है. तभी आप अपने लिए कुछ कर पाएंगे." उन्होंने कहा, "हम राजस्थान को एक राजनीतिक विकल्प देना चाहते हैं, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस बारी-बारी से सत्ता में आती रही हैं." ओवैसी ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार ने मुसलमानों को बुरी तरह मायूस किया है और हरियाणा में गो रक्षकों के ज़रिए जुनैद और नासिर के कत्ल का जिक्र किया. 


उन्होंने कहा, "अशोक गहलोत और राजस्थान के अन्य मुस्लिम विधायक पीड़ितों के परिवारों से क्यों नहीं मिले, जबकि वे यह तुरंत कर सकते थे. गहलोत को उनसे मिलने में काफी वक्त लग गया और वह भी तब किया जब हमने उनकी आलोचना की."


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ओवैसी ने जुनैद और नासिर हत्याकांड से निपटने को लेकर भाजपा नीत हरियाणा सरकार की भी आलोचना की और मामले के मुख्य आरोपियों में से एक मोनू मानेसर को ‘आरएसएस का प्रिय’ कहा. उन्होंने आरोप लगाया, "मोनू और अन्य सभी आरोपी आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) समर्थित हैं. मोनू आरएसएस का प्रिय है, इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई का कोई सवाल ही नहीं है. हरियाणा की भाजपा सरकार उसके खिलाफ कैसे कार्रवाई कर सकती है."


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