Asian Games 2023: चोट के बावजूद नीरज चोपड़ा की ये प्लानिंग दिलाएगी हांगझोउ में मेडल!
Asian Games 2023: विश्व चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को स्टेडियम और ट्रैक का दौरा जिसको लेकर उन्होंने खुशी जाहिर की. चोपड़ा हांगझोउ में खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं
Asian Games 2023: भारत के ओलंपिक और विश्व चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के हांगझोउ में खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. चोपड़ा ग्रोइन चोट के बाद भी लगातार खेल रहे हैं. चोट की वजह से चोपड़ा अपने कई मुकाबले से चूक गए थे. हालांकि, उन्होंने अपनी चोट से सीख लेते हुए हंगरी के बुडापेस्ट में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की सबसे बड़ी कॅाम्पिटिशन में गोल्ड मेडल जीता था.
उन्होंने कहा,"यह साल निश्चित रूप से मेरे लिए चुनौतीपूर्ण था क्योंकि मैं पूरे समय ग्रोइन की समस्या से जूझता रहा. लेकिन मैंने सीखा है कि अपनी चोट को कैसे मैनेज करना है. अपने शरीर को प्रमुख प्रतियोगिताओं के लिए कैसे तैयार होना है. एक एथलीट के रूप में, मुझे हमेशा चोट के लिए तैयार रहना होगा, हम हर बार कुछ परेशानियों के साथ भाग लेते हैं. लेकिन इस साल मैंने सीखा है कि मुझे हर स्थिति, हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा और इस स्थिति में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा".
चोपड़ा ने कहा,"मैं पूरे साल चोट से जूझता रहा जिसके कारण मैं कुछ प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले सका। लेकिन मैं इस सीज़न में अपने समग्र प्रदर्शन से खुश हूं क्योंकि मेरा लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना था जिसे मैं इस साल हासिल करने में कामयाब रहा. अमेरिका के यूजीन में डायमंड लीग फाइनल्स में मेरा प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं था, लेकिन अब मैं एशियाई खेलों के लिए तैयार हूं। मैं यहां अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा".
नीरज चोपड़ा का चोटों से है पुराना नाता
नीरज चोपड़ा का चोटों से काफी पुराना नाता रहा है. इसी वजह वह पिछले साल बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों से चूक गए थे. जबकि चोपड़ा एशियाई खेल 2018 में जकार्ता में गोल्ड मेडल जीतने कामयाब हुए थे.वहीं साल 2019 में कोहनी की सर्जरी होने की वजह से उन्हें पूरे सीज़न से बाहर रहना पड़ा था और साल 2016 में पीठ में चोट लगने की वजह से उन्हें तीन महीने के लिए बाहर कर दिया गया था.फिलहाल नीरज चोपड़ा का लक्ष्य अभी एशियन गेम्स पर है.
उन्होंने कहा, "भाला फेंक एक बहुत ही तकनीकी खेल है और इसलिए मांसपेशियों की थोड़ी सी भी जकड़न भी तकनीक को प्रभावित करती है. मेरा शरीर खुद मुझे बताता है कि समस्या का लक्ष्य हमेशा उस चुनौती का सीधे सामना करना और ऐसी स्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना है".
हरियाणा के स्टार खिलाड़ी ने शुक्रवार को डियम और ट्रैक का दौरा जिसको लेकर उन्होंने खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा "यह एक बड़ा स्टेडियम है और उनके लिए खुशी की बात यह थी कि हांगझोउ ओलंपिक स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था. यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि लोग एथलेटिक्स देखने के लिए आए थे और मेरा मानना है कि जब आपके पास पूरा स्टेडियम होता है तो इससे एथलीटों को प्रोत्साहन मिलता है. मैं इस स्टेडियम में प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक हूं. गांव में अन्य सुविधाएं बहुत अच्छी हैं"
कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज़ ने क्या कहा?
कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज़ ने कहा कि नीरज एशियाई खेलों के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं और खेलने के लिए पूरी तरह से फिट भी हैं. उन्होंने कहा, "डायमंड लीग फाइनल से पहले और बाद में उन्होंने अच्छा प्रशिक्षण लिया है और एशियाई खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे. वह निश्चित रूप से 90 मीटर का आंकड़ा पार करेंगे."