Zahir Ali Khwaja Urs: गुवाहाटी के उलूबारी स्थित हज़रत ज़ाहिर औलिया ख़्वाजगान का 164 वां दो रोज़ा उर्स मुबारक बड़ी ही अक़ीदत और धूमधाम से मनाया जा रहा है. हज़रत ज़ाहिर औलिया के उर्स के मौक़े पर दूर-दूर से लोग दरगाह में हाज़िरी देने पहु्ंचे. पिछले 2 साल कोविड-19 महामारी के कारण सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक़ उर्स का आयोजन किया गया था, लेकिन इस बार सरकार की तरफ से कोई भी गाइडलाइन जारी नहीं होने के कारण बड़ी ही धूमधाम से उर्स मनाया जा रहा है.


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ज़ायरीन के पहुंचने का सिलसिला जारी 
हज़रत ज़ाहिर औलिया ख़्वाजगान की दरगाह एक ऐसी जगह पर स्थित है, जहां सिर्फ हिंदू समुदाय के लोग ही रहते हैं. दरगाह पर हर रोज़ हिंदू ज़ायरीन के पहुंचने का सिलसिला जारी हैं. हिन्दू समुदाय के लोग इस दरगाह में बहुत अक़ीदत रखते हैं. ज़ाहिर औलिया दरगाह के ख़ादिम सैयद अब्दुल करीम ने ज़ी सलाम से  ख़ास बातचीत करते हुए बताया कि इस बार दो रोज़ा उर्स बड़ी ही अक़ीदत और धूमधाम से मनाया जा रहा है. उर्स के मौक़े पर  असम के अलावा अन्य राज्यों से भी हज़ारों की संख्या में ज़ायरीन हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि उर्स के मौक़े पर क़ुरान ख़्वानी, महफिल-ए-मिलाद के साथ-साथ लंगर का ख़ास इंतेज़ाम किया गया है.



देश में अमन और भाईचारे की दुआ
उर्स के दूसरे और आख़िरी दिन देश में अमन और भाईचारे के लिए ख़ास दुआ की जाएगी. ख़ादिम अब्दुल करीम ने बताया कि इस दरगाह पर सभी जाति-धर्म के लोग बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं और हिंदू समुदाय के लोग उर्स मुबारक में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. मुस्लिम समुदाय के अलावे हिंदू धर्म के लोग मन्नत मांगने के लिए बाबा की दरगाह में आते हैं. उर्स के मौक़े पर ज़ी सलाम ने हिंदू महिला ज़ायरीन से बातचीत की. हिंदू अक़ीदतमंदों ने साफ़तौर पर कहा कि हम लोग दरगाह पर आकर बहुत शांति महसूस करते हैं और हमें बहुत अच्छा लगता है.


Report: Sharifuddin Ahmed


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