गुवाहाटी: असम पुलिस ने एक बड़े आतंकी मॉड्यूल के भंडफोड़ का दावा किया है. इस सिलसिले में असम के कई जिलों से करीब दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी बांग्लादेशी आतंकी समूह अंसार-उल-इस्लाम के सदस्य हैं. पुलिस के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि उनमें से सात पर संदेह है कि वे संगठन के लिए संपर्क सूत्र का काम करते थे और उन्हें मोरीगांव जिले से पकड़ा गया.


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पुलिस के मुताबिक, इन गिरफ्तार लोगों में मुस्तफा नाम का युवक भी शामिल है जो एक मदरसे का संचालक है. मुस्तफा पर आरोप है कि उसने उपमहाद्वीप में अलकायदा से संबंधित अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) की माली मदद की है. मुस्तफा के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज किया गया है. वहीं, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जमीउल हुडा मदरसा की इमारत को बंद कर दिया गया है. मुस्तफा जामिया अल हुडा मदरसा की हा संचालक है और ये मदरसा असम के मोरीगांव में है.


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पुलिस ने जानकारी दी है कि मुस्तफा के साथ गोलपारा से अब्बास अली और अफसरुद्दीन भुइयां को गिरफ्तार किया है. उसके अलावा  गुवाहाटी और गोलपारा जिलों से भी कई गिरफ्तारियां हुई हैं. पुलिस ने बताया कि उसे मोरीगांव के मोइराबारी क्षेत्र के सहराई गांव में मौजूद मदरसे जमिया-अल-हुदा में कुछ कुछ संदिग्ध गतिविधियां चलने की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने वहां छापेमारी की. पुलिस ने इस मदरसे से कुछ मोबाइल फोन, बैंक पासबुक और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है. इस बीच पुलिस ने इसी जिले के सरूचला इलाके में एक अन्य बालिका मदरसे में भी छापेमारी की है.


मोरीगांव की एसपी अपर्णा एन ने बताया, 'हमें मुस्तफा नाम के एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली, जो मोरियाबारी में एक मदरसा चलाता है जहां मुल्क मुखालिफ कामों को अंजाम दिया जाता था. अब UAPA के अनेक धाराओं के तहत मामले दर्ज करके इसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों पर राष्ट्र-विरोधी और आतंकी फंडिंग गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.


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